सही प्रशिक्षण, प्रयास और मदद से आत्मनिर्भर बनेंगे दिव्यांग

पटना। नेतरहाट ओल्ड ब्वॉयज एसोसिएशन ग्लोबल सोशल रिस्पांसिबिलिटी (NOBA GSR) समाज की कुरीतियां दूर करने के लिए कई अभियान चला रहा है। इसमें संगिनी मुहिम के तहत 279 गांवों के स्कूलों में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाई गई है। इससे छात्राओं को सस्ती दर पर पैड मिल रहा है। साथ ही नेतरहाट वसुधा की ओर से हजारों पौधे लगाए जा चुके हैं।

नोबा जीएसआर ने विश्व दिव्यांग दिवस पर मूक-बधिर बालिका विद्यालय गायघाट पटना में प्रोजेक्टर दिया। इसका उद्घाटन विद्यालय की प्राचार्य नोबा प्रभारी सुमित शशि ने किया। इस उपलक्ष्य में छात्राओं ने संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्राओं को कंबल, कॉपी एवं कलम का वितरण सुमित शशि, सन्नी, ऋषभ और मनीष कांत ने किया। नोबा प्रभारी शशि ने बताया कि आमतौर पर लोगों को लगता है कि दिव्यांग शारीरिक व मानसिक अक्षमता का शिकार होते हैं।

इसलिए वे आजीवन दूसरों पर बोझ बने रहते हैं, जबकि सत्य यह है कि कई प्रकार की दिव्यांगता में सही प्रशिक्षण, सही मौके तथा सही प्रयास की मदद से ना सिर्फ उनको आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है बल्कि वे समाज में बराबरी का जीवन भी जी सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक नेतरहाट वसुधा की ओर से हजारों पौधे लगाए जा चुके हैं। अगले साल तक एक लाख पपौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।

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Author: undekhilive

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