पटना। शनिवार को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने अपने पार्टी के सांसद चैधरी महबूब अली कैसर और चंदन सिंह के साथ रालोजपा कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सभी पाँचों सांसद हमारे साथ एकजुट हैं। पारस ने जोर देकर कहा कि हाजीपुर मेरी कर्मभूमि है और 2024 का लोकसभा चुनाव वे पुन: हाजीपुर से ही लड़ूंगा। हाजीपुर की जनता से हमारा लगाव 1977 से ही रहा है और 2019 में बड़े भाई रामविलास पासवान ने राज्यसभा जानें का निर्णय लेकर मुझे हाजीपुर से चुनाव लड़ाया। पारस ने कहा कि वे हाजीपुर की जनता के साथ विश्वासघात नहीं कर सकता वे किसी भी कीमत पर हाजीपुर से ही चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि हम और हमारी पार्टी 2014 से ही एनडीए गठबंधन में पूरी इमानदारी के साथ हैं और जब तक जीवित रहेंगे एनडीए गठबंधन के साथ बने रहेंगेँ। पारस ने चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए कहा कि चिराग लालू प्रसाद को अपना आदर्श बताते हैं और तेजस्वी यादव को छोटा भाई समान कहते हैं वे लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के भ्रष्टाचार और राजद के नेताओं के आंतक पर एक भी बयान नहीं देते। उन्होनें कहा कि दल टूटता है तो दल एकजूट हो जाता है लेकिन दिल टूटता है तो जुट नहीं सकता। दिल्ली में हुई एनडीए के बैठक में चिराग के उनसे आशीर्वाद लेने और उनको गले लगाने के बाद कई तरह की भ्रामक खबरें फैलायी जा रही है जिसका कोई राजनीतिक मतलब नही है। चिराग के हाजीपुर से चुनाव लड़ने की बातों पर पशुपति पारस ने जवाब देते हुए कहा कि चिराग पासवान जमुई की जनता के साथ विश्वासघात कर जमुई छोड़कर क्यों भाग रहे हैं, उनको यह जवाब देना चाहिये। उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सामने चिराग लड़े या कोई और।
वे एनडीए गठबंधन का उम्मीदवार तौर पर लड़ेगे। जिनको मैदान में आना है आ जाए। उन्होंने चिराग पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग ने जदयू के साथ ही भाजपा के खिलाफ अपना उम्मीदवार दिया था। उस वक्त पार्टी एक थी, लेकिन हम उस वक्त कुछ बोल नहीं पाए। क्योंकि चिराग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उस वक्त एक उम्मीदवार जीता था। फिर वो विधायक भी जदयू में चला गया। इसके बाद से हमारी लड़ाई हुई। अब 2 साल के बाद फिर से वो अब एनडीए के साथ आ गए हैं। पारस अपने सांसद चौधरी महबूब अली कैसर और चंदन सिंह को साथ में लेकर तो आए थे पर उन्हें बोलने नहीं दिया। वहीं, वीणा देवी इस प्रेस कॉफ्रेंस में मौजूद नहीं थीं। पर वो कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा करते रहे कि वो पार्टी के साथ हैं। कोई टूट नहीं है। पारस ने बताया कि वीणा देवी मानवता के कारण मिलने गई थीं। वो दल नहीं बदल रही हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विरेश्वर सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल, प्रधान महासचिव केशव सिंह, राष्ट्रीय सचिव मयंक मौली, प्रदेश उपाध्यक्ष अम्बिका बिनू, प्रदेश प्रवक्ता ललन चन्द्रवंशी, युवा प्रदेश अध्यक्ष उपेन्द्र यादव, महिला प्रदेश अध्यक्ष स्मिता शर्मा संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे।