मधुमेह शोध–अध्यन संस्थान, बिहार
मधुमेह शोध–अध्यन संस्थान, बिहार (आर एस एस डी आई, RSSDI) द्वारा विश्व मधुमेह दिवस पर वाकाथोन (WALKATHON) जागरूकता मार्च का आयोजन, *”आवश्यक देखभाल तक समान पहुँच”* थीम पर आज प्रातः कारगिल चौराहा से निकाला गया जो आई एम ए हाल पर समाप्त हुआ. इस मार्च के आयोजन में बिहार प्रादेशिक अग्रवाल सम्मेलन, प्रभु आहार सेवा समिति, सुगादेवी चैरिटेबल ट्रस्ट सहित अन्य का भी सहयोग रहा तथा इस मार्च में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. मौके पर संस्थान के बिहार ब्रांच के सचिव डॉ सुभाष कुमार ने बताया कि इस वर्ष का थीम है *”आवश्यक देखभाल तक समान पहुँच”*. डॉ सुभाष ने कहा कि लोगों को मधुमेह बीमारी की भयावहता के संबंध में शिक्षित कर ही इस बीमारी को प्रसार को कम किया जा सकता है। रेलवे अस्पताल के डॉ संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि पूरे विश्व में मधुमेह के प्रति जागरूकता के लिए 14 नवम्बर को विश्व मधुमेह दिवस मना कर लोगों को भयानक साईलेंट किलर बिमारी मधुमेह के बारे में जागरूक किया जाता है. डॉ गुप्ता ने बताया कि मधुमेह के कारण हर आठ सेकेण्ड में एक व्यक्ति की मृत्यु होती है। मधुमेह रोगियों में मृत्यु दर दोगुनी अधिक होती है, ह्रदय आघात की संभावना दो से चार गुणा अधिक होती है तथा 17 से 20 प्रतिशत रोगियों की मृत्यु 50 वर्ष से काम में हो जाती है। 60% से अधिक टाइप -2 मधुमेह रोगियों में आँख के पर्दे (रेटिना) में खराबी आ जाती है।
मौके पर मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ अदनान ने बताया कि पूरे विश्व में इस समय 41.5 करोड़ से अधिक लोग मधुमेह से ग्रसित हैं जिनमे चीन में सबसे ज्यादा 10.96 करोड़ हैं तथा उसके बाद भारत में 6.51 करोड़ है।डॉ प्रकाश ने बताया की आज कल टाईप 2 मधुमेह, बदलते खान पान के कारण नौजवान युवकों एवं किशोरों में भी फ़ैल रहा है। डॉ ज्योति रंजन पाण्डे ने बताया की मधुमेह साइलेंट किलर बिमारी है। मधुमेह के कारण ब्रेन , किडनी , आँख, नस ,त्वचा एवं पैर की बिमारी का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। मौके पर गार्डिनर रोड अस्पताल के डॉ अजय कुमार ने बताया की मधुमेह के लक्षण है बार – बार पेशाब आना ,त्वचा में खुजली होना,आँख से सम्बंधित बिमारी होना , हमेशा ही थकान का अनुभव होते रहना ,बार – बार पैरों में सुन्नपन महसूस होना ,ज्यादा प्यास लगना , जख्म भरने में समय लगना , अधिक भूख लगना , वजन में कमी हो जाना और त्वचा का संक्रमित हो जाना।
आज के इस जागरूकता मार्च में गोपाल प्रसाद, बिहार अग्रवाल महिला अध्यक्ष डॉ गीता जैन, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार काउंसिल एच आर अध्यक्ष राकेश कुमार, आधार फाउंडेशन अध्यक्ष एम पी जैन, सुगा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित राज अकेला, नीता गोयल, ज्योति अग्रवाल डॉ. संतोष कुमार सिंह, डॉ अजय कुमार , डॉ अदनान, डॉ संजय गुप्ता, विकास एवं नैंसी जैन सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।