ढाई माह पहले पटना के बाढ़ कोर्ट हाजत से हुए थे फरार
पटना। वर्दीधारियों से हथियार लूटने में कुख्यात दो भाइयों को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने सोमवार को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। दोनों ढाई माह पहले पटना के बाढ़ सिविल कोर्ट हाजत से फरार हुए थे और उत्तर प्रदेश के वाराणसी में छुपे थे। मारे गए दोनों के साथ उनका तीसरा भाई भी है, जो मौके से फरार होने में कामयाब रहा। ये तीनों कई बैंक लूट और हत्या के मामले में भी वांटेड थे। तीनों समस्तीपुर के मोहद्दीनगर थाने के आनंद गोलवां के रहने वाले हैं।
मारे गए दोनों भाइयों की पहचान मनीष सिंह और रजनीश सिंह के रूप में हुई है। तीसरा भाई फरार होने वाला ललन सिंह है और वहीं गिरोह का सरगना भी है। तीनों इस साल आठ सितंबर को बाढ़ कोर्ट हाजत से फरार हुए थे। सोमवार की अलसुबह वाराणसी के बड़ागांव में रिंग रोड के भेलखा मोड़ पर पर हुई मुठभेड़ में ये मारे गए। इन्हीं बदमाशों ने वाराणसी लक्सा थाने के दारोगा अजय यादव को गोली मारकर उनकी सर्विस पिस्टल लूट ली थी। उनके पास से आठ नवंबर को रोहनिया के दरेखू में लक्सा थाने के दारोगा अजय यादव को गोली मारकर लूटी गई नाइन एमएम की पिस्टल बरामद की गई।
वाहनों की चेकिंग के दौरान बाइक से तीन युवक आते दिखे। रोकने पर उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश ढेर हो गये, जबकि एक भाग निकला। ललन, मनीष व रजनीश ने 6 मार्च 2017 को बेलछी के बाघा टीला पीएनबी की शाखा 60 लाख रुपये लूटे लिए थे। उन्होंने बैंक के दो गार्ड और वैन चालक की गोली मार कर हत्या कर दी थी। तीनों को पटना की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उनके घर और खेत में गाड़े गए लूट के रुपये बरामद किये गए थे। इसके एक साल पूर्व दोनों बदमाशों ने वर्ष 2016 में बिहार में दो दरोगा की हत्या और एक जमादार को गोली मारकर तीन सरकारी पिस्टल और एक रिवाल्वर लूट ली थी।