पटना। सनातक संस्कृति में मकर संक्रांति हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है। देश के अलग-अलग राज्यों में मकर संक्रांति को अलग नामों से जाना जाता है। गुजरात में उत्तरायण, पूर्वी उत्तर प्रदेश में खिचड़ी और दक्षिण भारत में इसे पोंगल के रूप में लोग सेलिब्रेट करते हैं। मकर संक्रांति का पर्व सूर्य के राशि परिवर्तन का पर्व है। इस दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर में प्रवेश करता है। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना मकर संक्रांति कहलाता है। वैसे तो मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है, लेकिन साल 2023 में मकर संक्रांति की सही तिथि को लेकर थोड़ा संशय है। आइये इसे हम स्पष्ट करते हैं।
मकर संक्रांति 2023 का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार सूर्य 14 जनवरी 2023 की रात 8 बजकर 21 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। उदया तिथि 15 जनवरी को प्राप्त हो रही है। ऐसे में मकर संक्रांति नए साल में 15 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी।
पूजा की यह है विधि
मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर किसी पवित्र नदी में जाकर स्नान करें। फिर इसके बाद साफ वस्त्र पहनकर तांबे के लोटे में पानी भर लें और उसमें काला तिल, गुड़ का छोटा सा टुकड़ा और गंगाजल लेकर सूर्य देव के मंत्रों का जाप करते हुए अर्घ्य दें। इस दिन सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही शनिदेव को भी जल अर्पित करें। इसके बाद गरीबों को तिल और खिचड़ी का दान करें।
मकर संक्रांति के दिन करें ये उपाय
मकर संक्रांति के दिन पानी में काली तिल और गंगाजल मिला कर स्नान करें। इससे सूर्य की कृपा होती है और कुंडली के ग्रह दोष दूर होते हैं। ऐसा करने से सूर्य और शनि दोनों की कृपा मिलती है, क्योंकि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनि के घर मकर में प्रवेश करते हैं। मकर संक्रांति के दिन सूर्य को अर्घ्य देना बेहद शुभ होता है। इस दिन तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें काला तिल, गुड़, लाल चंदन, लाल पुष्प, अक्षत आदि डालें और फिर ॐ सूर्याय नम:’ मंत्र का जाप करते हुए सूर्य को जल चढ़ाएं।