पटना/अयोध्या। अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में बिहार से 2151 किलोग्राम का घंटा भेजा जाएगा। इसका निर्माण कार्य मुरादाबाद में शुरू हो चुका है। नवंबर के दूसरे सप्ताह में घंटा बनकर तैयार हो जाएगा। घंटा निर्माण में सोना-चांदी, पीतल, तांबा सहित नौ धातुओं का उपयोग हो रहा है। घंटा निर्माण समिति के अध्यक्ष पिंटू सिंह कहते हैं कि मुरादाबाद में फिलहाल घंटा के लिए सांचा तैयार किया जा रहा है।
वहीं श्रीरामजन्म भूमि में विराजमान रामलला के निर्माणाधीन दिव्य मंदिर का रविवार को विश्व के 155 देशों के जल से अभिषेक किया गया। इस मौके पर सातों महाद्वीपों के पांचों महासागरों का जल लाया गया। अक्षय तृतीया पर दिल्ली स्टडी ग्रुप और अग्रवाल समाज के संयुक्त तत्वावधान में यहां पहुंचे 400 प्रतिनिधियों को जन्मभूमि पथ के रास्ते ले जाया गया। राम मंदिर परिसर में तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने सभी श्रद्धालुओं को ले जाकर निर्माणाधीन मंदिर की सीढ़ियों पर जलाभिषेक कराया। इस दौरान उन्होंने सभी राजनयिकों और प्रतिनिधियों को राम मंदिर निर्माण के सभी पहलुओं की जानकारी भी दी।
दर्शन अवधि की दूसरी पाली में अपराह्न दो बजे हिन्दू, सिख, जैन व बौद्ध धर्मगुरुओं के साथ करीब 40 देशों के लगभग 400 प्रतिनिधियों ने जलाभिषेक के उपरान्त रामलला के दर्शन किए। आशीर्वाद समारोह दिल्ली स्टडी ग्रुप व अग्रवाल समाज के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को ही अयोध्या पहुंचे प्रतिनिधियों को अलग-अलग धर्मशालाओं व गेस्ट हाउस में ठहराया गया था। कार्यक्रम के आयोजक व दिल्ली के पूर्व विधायक डॉ. विजय जौली ने बताया कि करीब 32 महीने के प्रयासों के बाद 192 देशों के सापेक्ष 155 देशों की नदियों व समुद्रों का जल एकत्र हो सका।
आरएसएस के अंतरराष्ट्रीय प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि राम किसी एक देश या समुदाय के नहीं बल्कि सम्पूर्ण मानवता के पोषक है। सातों महाद्वीप के महासागरों से लाया गया जल इस बात का प्रमाण है कि अयोध्या से ही दुनिया में शांति का संदेश जाएगा।