शक्तिधाम में हनुमान जयंती पर सुन्दरकाण्ड पाठ एवं सवामन लड्डू का भोग

आज शक्तिधाम मंदिर में हनुमान जयंती के अवसर पर शक्तिधाम के मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल ने बताया की हनुमान जयंती चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। माना जाता है कि इसी दिन हनुमानजी का जन्म हुआ था । इस दिन श्री हनुमान जी की भक्ति पूर्वक आराधना करनी चाहिए।
मौके पर शक्तिधाम महिला मंडल की सैकड़ों महिलाओं द्वारा सामूहिक रूप से बड़े हीं भक्ति भाव के साथ सुंदरकांड का पाठ किया गया। सुन्दर काण्ड का प्रारम्भ महिलाओं ने –
जामवंत कहने लगे सुनो वीर हनुमान, बैठो हो किस फिक्र में कहाँ तुम्हारा ध्यान
जामवंत के बचन सुहाए। सुनि हनुमंत हृदय अति भाए॥
आज प्रातः से ही शक्तिधाम मंदिर में भक्तजनो का तांता लगा रहा। शक्तिधाम में आज हनुमानजी का विशेष श्रृंगार किया गया, सवा मन लड्डू का प्रसाद चढ़ाया गया तथा महिलायें भक्तिभाव से हनुमान जी की आरती कर रही थी –
आरती किजै हनुमान लला की, दुष्टदलन रघुनाथ कलाकी
जांकेबल से गिरिवर कांपे, रोग दोष जाके निकट न झांके
मौके पर शंकर शर्मा ने कहा कि माना जाता है कि महाभारत युद्घ के समय अर्जुन के रथ का ध्वज थाम कर महावीर हनुमान बैठे थे। इसी कारण तीखे वाणों से भी अर्जुन का रथ पीछे नहीं होता था और संपूर्ण युद्घ के दौरान अर्जुन के रथ का ध्वज लहराता रहा।
मौके पर शक्तिधाम के सचिव रमेश मोदी ने बताया कि सुंदरकांड पाठ के बाद श्याम मंडल पटना द्वारा भजन कीर्तन का आयोजन किया गया . श्याम मंडल कि महिला सदस्याएं भक्ति भाव से गा रही थी :-
“ दिल में श्री राम बसे हैं, संग माता जानकी
बैठा खड़ताल बजाये, रघुवर के नाम की ” !!
आठो पहर चौबीसों घंटे , ‘राम कि महिमा गाये’
राम भजन कि मस्ती में ये, ‘सुध सारी बिसराए’
आज के सुन्दर काण्ड का पाठ शकुंतला अग्रवाल , रेखा मोदी , सरिता बंका, सरोज बंका, प्रेमा गोयल , एवं अनुसुईया खेतान के नेतृत्व में किया गया, जिसमे सैकड़ों की संख्या में पुरुष एवं महिलाओं ने भाग लिया।
पाठ की समाप्ति पर सभी भक्तजनो को प्रसाद वितरण किया गया
एम पी जैन ने बताया कि इस आयोजन को सफल बनाने में मुख्य भूमिका शक्तिधाम के मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल, अक्षय अग्रवाल, रमेश मोदी, नरेंद्र शर्मा, शंकर शर्मा, संतोष अग्रवाल, निर्मल अग्रवाल, जय प्रकाश तोदी, सूर्य नारायण, राजकुमार सर्राफ, मोहन सर्राफ, रमेश अग्रवाल तथा शक्तिधाम के अन्य पदाधिकारियों की रही।

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Author: undekhilive

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