सरोज जैन का कथा व काव्य संग्रह अहसासों की किश्ती मानव जीवन का यथार्थ

पटना। बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स में रविवार को सरोज पाटनी जैन रचित प्रथम काव्य-कथा संग्रह अहसासों की किश्ती का विमोचन किया गया। समारोह का शुभारंभ प्रो. किरण घई और अध्यक्षता पद्मश्री से सम्मानित बिमल जैन ने किया। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर अनिल सुलभ एवं पद्मश्री से सम्मानित चित्रकार एवं कवि प्रो. श्याम शर्मा उपस्थित थे।

सभा की अध्यक्षता कर रहे बिमल जैन ने लेखिका पाटनी के पुस्तक के संदर्भ में बताया कि एक संवेदनशील नारी का अनुभव जगत कितना सहज, सरल और संश्लिष्ट होता है, इनकी रचनाओं में झलकता है। इनकी रचनाएं काल्पनिक न होकर जीवन के घटित लौकिक, अलौकिक, गृहस्थी के खट्टे-मीठे रूमानी अनुभवों पर आधारित है।

साहित्यकार प्रोफेसर (डॉ.) मंगलमूर्ति ने सरोज जैन के इस संग्रह के बारे में बताया है कि वह छोटी-छोटी कविता एवं कहानियां के जीवन में यथार्थ स्पंदन को सरल, सहज सम्प्रेषण वाली भाषा-शैली में लेकर अपने पाठक के सामने आती हैं और उस पर अपना अमिट प्रभाव छोड़ जाती हैं। इन छोटे-छोटे जीवन प्रसंगों में आज के संश्लिष्ट, संक्रमित जीवन के अद्भुत चित्र उकेरे गए हैं। इन छोटे-छोटे प्रसंगों में आज का जीवन अपनी समस्याओं, विसंगतियों, अनिवार्य त्रासदियों, हर्ष-विषादों के साथ चित्रित है। इनमें सघन अनुभूति, गहन संवेदना और परिपक्व विवेक की झांकियां हर जगह सहज रूप में दिखाई देंगी। एमपी जैन ने बताया की कार्यक्रम का संचालन सरिता बैद एवं बबीता  जैन  ने  किया।

मौके पर सभा में विशिष्ट अतिथि के रूप में धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन, प्रो. प्रमिला कुमारी, निशा झा, रत्ना पुरकायस्थ, पूनम राज, सरिता प्रसाद, रीना गुप्ता, नीतू कुमारी नूतन, बिहार महिला उद्योग संघ की अध्यक्ष उषा झा, रोटरी चाणक्या की अध्यक्ष मोनी त्रिपाठी सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।

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Author: undekhilive

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