पटना। साइबर अपराधियों ने आई फोन का लालच देकर और क्रेडिट कार्ड बंद करने नाम पर छात्रा समेत दो से 1.57 लाख की ठगी कर ली। छात्रा ने पत्रकार नगर और जीविका में काम करने वाले समन्वयक ने पाटलिपुत्र थाने में एफआईआर दर्ज करवायी है। पत्रकारनगर की रहने वाली छात्रा से दो जनवरी को लॉटरी निकलने के नाम पर ठगी की गयी, जबकि कोऑर्डिनेटर को क्रेडिट कार्ड ब्लॉक करने का झांसा देकर साइबर अपराधियों ने चार जनवरी को निशाना बनाया। पुलिस दोनों ही मामलों की छानबीन करने में जुटी है।
साइबर अपराधियों ने बीते दो जनवरी को पत्रकार नगर इलाके की रहने वाली पीजी की एक छात्रा को फोन किया। उन्होंने एक एप का नाम लेकर कहा कि उस पर लकी ड्रॉ निकला है। एप से खरीदारी करने पर उसे 70 प्रतिशत कैशबैक मिलेगा। इसके अलावा आई फोन 12 इनाम में मिलेगा लेकिन उसका टैक्स 13006 रुपये छात्रा को देना होगा। छात्रा साइबर अपराधियों के झांसे में आ गई और 13006 हजार रुपये ऑनलाइन भेज दिया। इसके बाद उसके खाते से कई बार में कुल एक लाख तीन हजार 62 रुपये की निकासी हो गयी। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद छात्रा को इसका पता चला तो उसने अपने घर वालों को जानकारी दी। फिर पत्रकार नगर थाने में केस दर्ज करवाया गया।
वहीं जीविका में समन्वयक के पद पर काम करने वाले व चितकोहरा बाजार निवासी सुनील कुमार के खाते से साइबर अपराधियों ने 54988 रुपये उड़ा लिये। सुनील ने पुलिस को यह जानकारी दी कि उनके पास एसबीआई का क्रेडिट कार्ड है। चार जनवरी को उनके पास क्रेडिट कार्ड को लेकर किसी ने कॉल किया। इस पर सुनील ने क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक करवाने की बात कही। फोन करने वाले ने सुनील से क्रेडिट कार्ड के बारे में पूरी जानकारी ले ली। फिर उनके मोबाइल पर एक ओटीपी भेजा गया। ओटीपी बताते ही सुनील के खाते से रुपये की निकासी हो गयी। 6 जनवरी को उन्होंने पाटलिपुत्र थाने में केस दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है।
लगातार हो रही घटनाएं
राजधानी समेत पूरे बिहार में साइबर ठगी की घटनाएं लगातार हो रही है। लोग ठगों के झांसे में आकर अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैं। लालच बुरी बला है… यह जानते हुए भी लोग साइबर ठगों के जाल में फंस रहे हैं।
