पटना। राधा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट ने अपनी समाजसेवी पहल के तहत 27 गरीब मरीजों को नई रोशनी दी। इन मरीजों का निःशुल्क फेको विधि से मोतियाबिंद ऑपरेशन कराया गया। राष्ट्रीय सार्वजनिक मेला समिति (आरएसएम) सुपौल के सहयोग से आयोजित इस शिविर में बिहार के प्रसिद्ध फेको सर्जन और रेटिना विशेषज्ञ डॉ. शशि मोहनका ने मरीजों का सफल ऑपरेशन किया।
सैकड़ों की जांच, 27 का चयन
नए साल के पहले सप्ताह में आरएसएम परिसर में आयोजित इस शिविर में बड़ी संख्या में जरूरतमंद मरीजों की आंखों की जांच की गई। शिविर में जिन 27 मरीजों की आंखों में ऑपरेशन की जरूरत पाई गई, उन्हें चयनित कर पटना लाया गया। राधा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट ने इन मरीजों का ऑपरेशन न केवल सफलतापूर्वक कराया, बल्कि उनके दवाओं, भोजन और देखभाल की पूरी व्यवस्था भी की। ऑपरेशन के बाद सभी मरीजों को सुरक्षित उनके घर वापस पहुंचाया गया।
डॉक्टरों और मरीजों की प्रतिक्रिया
इस नेक पहल के बाद बुजुर्ग मरीजों ने डॉक्टर और ट्रस्ट के प्रति आभार जताते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया। डॉ. शशि मोहनका ने बताया कि जिन मरीजों का ऑपरेशन हुआ वे देखने में भारी कठिनाई का सामना कर रहे थे। अब उनकी जिंदगी पहले से बेहतर होगी।
गरीबों की सेवा में जुटा ट्रस्ट
ट्रस्ट के सचिव एमपी जैन ने कहा कि मरीजों की हर जरूरत का ख्याल रखा गया, जिसमें दवाइयां, खाना और अन्य सुविधाएं शामिल हैं। ट्रस्ट की सदस्य बरखा मोहनका ने कहा कि हमारी संस्था लगातार गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा में जुटी है। यह कार्य सिर्फ एक शुरुआत है। हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक लोगों तक मदद पहुंचाई जाए।
नेत्रहीनता के खिलाफ अभियान
शिविर में जांच और ऑपरेशन से जुड़े इस प्रयास ने समाज में एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है। ऑपरेशन के बाद जिन लोगों की आंखों की रोशनी लौटी है, वे अब अपनी जिंदगी को बेहतर तरीके से देख और जी सकेंगे। राधा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट की यह पहल न केवल जरूरतमंदों के जीवन में बदलाव लाने का काम कर रही है, बल्कि समाज को भी प्रेरित कर रही है कि मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं।