पटना। पटना विश्वविद्यालय में चार वर्षों बाद पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पैट) होगा। विश्वविद्यालय की ओर से अंतिम बार वर्ष 2018 में पैट का आयोजन हुआ था। पैट के लिए आवेदन की तिथि जारी कर दी गई है।
स्नातकोत्तर एमए, एमएससी और एमकॉम सहित अन्य कोर्स के सफल छात्र-छात्राएं जो पीएचडी करना चाहते हैं, वे शुक्रवार से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 28 जनवरी है। वहीं, इसके लिए प्रवेश परीक्षा 25 फरवरी को होगी। इस बार पैट कुल 28 विषयों के लिए होगा। इसमें अलग-अलग विषयों में करीब 500 सीटें हैं। इनमें नेट, जेआरएफ, बेट को शामिल होने की जरूरत नहीं है। आवेदन के लिए 1100 रुपये फीस तय की गई है। पीजी या इसके समकक्ष परीक्षा में आवेदन करने वाले सामान्य वर्ग के छात्रों को 55 फीसद तथा आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 50 प्रतिशत अंक होना जरूरी है।
सबसे अधिक सीटें साइंस में
पटना विश्वविद्यालय में होने वाली पैट परीक्षा में सबसे अधिक सीटें साइंस में हैं। इसमें रसायन में लगभग 53 सीटें हैं। सबसे कम सीटें पर्सियन, उर्दू, अरेबिक, संस्कृत सहित अन्य मानविकी संकायों के विषय में हैं। मानविकी संकाय के विषयों में अंग्रेजी में करीब 40 सीटें हैं। इसके बाद हिन्दी विषय में सीटें हैं। इसी तरह से सोशल साइंस के कुछ मुख्य विषयों में सीटें ठीक-ठाक हैं। इतिहास विषयों में शिक्षकों की संख्या कम होने की वजह से कम सीटें हैं।
चार कैटेगरी में स्वीकार होंगे आवेदन
नियमावली 2016 के अनुसार चार कैटेगरी के अभ्यर्थियों के आवेदन पीयू पैट के लिए स्वीकार किए जाएंगे। पहली कैटेगरी में यूजीसी से जेआरएफ और नेट, दूसरे में किसी कॉलेज में दो साल से अधिक शिक्षण कार्य करने वाले नियमित शिक्षक, तीसरे में वैसे क्लर्क जिनका कार्य अनुभव पांच वर्ष से अधिक और दो शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं तथा चौथे में पैट में सफल अभ्यर्थी होंगे। पैट परीक्षा के रिजल्ट प्रकाशन के बाद सभी कैटेगरी के अभ्यर्थियों से आवेदन स्वीकार किये जायेंगे। आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों को 20 अंकों का साक्षात्कार देना होगा। इसके बाद मेधा सूची का प्रकाशन किया जाएगा। इसमें आरक्षण प्रणाली भी लागू होगी।