पटना। पटना-रांची के साथ ही पटना-कोलकाता वंदे भारत एक्सप्रेस चलेगी। दोनों ट्रेनों का शुभारंभ एक ही दिन होने की संभावना है। पटना-रांची वंदे भारत में आठ डिब्बे होंगे, वहीं पटना-कोलकाता वंदेभारत में डिब्बों की संख्या अधिक होगी। सूत्रों की मानें तो इसमें 16 कोच हो सकते हैं। इसकी रैक का चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री की ओर से मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल प्वाइंट का ट्रायल राजस्थान में किया जा रहा है। ट्रायल पूरा होते ही रैक को पटना के लिए रवाना कर दिया जाएगा।
वंदे भारत ट्रेन की इस रैक के पटना पहुंचने के बाद उसका ट्रायल पटना से कोलकाता के बीच होगा। पटना से रांची और पटना से कोलकाता के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को एक ही दिन हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जा सकता है। यह ट्रेन पटना-झाझा-आसनसोल के रास्ते चलेगी। पटना से कोलकाता के बीच वंदे भारत ट्रेन के चलने से बिहार के लोगों को कोलकाता के लिए एक और प्रीमियम ट्रेन की सौगात मिल जाएगी। साथ ही पटना-कोलकाता के बीच की दूरी 6 घंटे से भी कम समय में पूरी हो सकेगी।
मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल प्वाइंट में आई थी समस्या
सूत्रों के मुताबिक पटना से रांची के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन जब पटना पहुंची तो ट्रेन में मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल प्वाइंट की समस्या आ गई थी। इसे ठीक करने के लिए चेन्नई से इंजीनियरों की टीम को पटना बुलाना पड़ा था। इसको देखते हुए पटना से कोलकाता के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का राजस्थान में ट्रायल कर मैकेनिकल-इलेक्ट्रिकल प्वाइंट सहित अन्य जांच की जा रही है। गड़बड़ियों को इंजीनियर वहीं ठीक कर देंगे। ट्रायल पूरा होते ही रैक को पटना रवाना कर दिया जाएगा। इसके बाद इसे चलाने की तैयारी शुरू होगी।