गरीबों की आंखों का अंधियारा मिटाने के लिए पिछले कई वर्षों से प्रयासरत श्री राधादेवी मोहनका ट्रस्ट की श्री बालाजी नेत्रालय ने खास पहल की है। नेत्रालय के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. शशि मोहनका ने दो महिला मरीजों की आंखों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर नि:शुल्क विशेष लेंस लगाया है। इससे उन्हें चश्मा पहनने से छुटकारा मिल जाएगा। ये महिलाएं दूसरे के घरों में काम करके अपने परिवार का गुजारा करती हैं। बिहार-झारखंड में पहली बार उन्नत किस्म का होया सर्जिकल ऑप्टिक्स का इंट्राओकुलर विविनेक्स जेमेट्रिक लेंस और विविनेक्स इम्प्रेस लेंस इन मरीजों की आंखों में लगाया गया है। जल्द ही इन मरीजों की आंखें सामान्य हो जाएंगी। डॉ. शशि मोहनका ने बताया कि होया का प्रीलोडेड इंट्राओकुलर विविनेक्स जेमेट्रिक लेंस लगाने से मोतियाबिंद ऑपेरशन के बाद मरीज को चश्मे की जरूरत नही होगी तथा विविनेक्स इम्प्रेस लेंस लगाने से मोतियाबिंद ऑपेरशन के बाद बिना चश्मा लगाए कंप्यूटर पर काम किया जा सकेगा। ये दोनों लेंस पहली बार बिहार में लगाया गया है। डॉ मोहनका ने कहा कि अभी जिन महिलाओं को यह लेंस लगाकर मोतियाबिंद का ऑपेरशन किया गया है वे महिलाएं रोजाना कड़ी मेहन करके अपने परिवार का गुजारा करती हैं। उन्हें चश्मे पर भी पैसा खर्च करना पड़ता था। इसे देखते हुए श्री राधादेवी मोहनका ट्रस्ट ने इनकी आंखों में विशेष लेंस लगाने में मदद की है।