पटना। बिहार के लाल ईशान किशन ने शनिवार को बांग्लादेश के खिलाफ विश्व का सबसे तेज दोहरा शतक लगाकर इतिहास रच दिया। उनके दोहरा शतक लगाते हुए बिहार ही नहीं, झारखंड सहित पूरे देश के क्रिकेट प्रेमी झूम उठे। पटना में उनके माता-पिता के चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी। बसंत विहार कॉलोनी स्थित आवास पर उनके पिता प्रणव कुमार पांडेय और माता सुचित्रा सिंह मैच शुरू होने से पहले ही टीवी के सामने बैठ गए थे। दोहरा शतक के बाद उनके पिता प्रणव कुमार पांडे तिहरा शतक की उम्मीद में हाथ जोड़ ईश्वर से प्रार्थना करते रहे।
प्रणव ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। ईशान ने पूरे बिहार का मान बढ़ाया है। कहा कि ईशान मैदान पर उतरने के साथ ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने लगा, जिस कारण उन्हें डर भी लग रहा था। वे मन ही मन कह रहे थे कि आराम से खेलो ज्यादा तेज खेलने की जरूरत नहीं है। जब दोहरा शतक मारा, तो लगभग 15 ओवर बाकी थे। उन्हें उम्मीद थी कि उनका बेटा तिहरा शतक मारेगा। लेकिन तेज खेलने में विकेट गंवा बैठा।
प्रबंधन ने कहा था, स्कूल से हटा लीजिए अपने बेटे को
ईशान के बचपन के मित्र रौनक कुमार ने बताया कि क्रिकेट खेलने के लिए ईशान इधर-उधर जाते रहते थे। जिस कारण स्कूल में ऑब्सेंट रहते थे। कई बार स्कूल प्रबंधन ने उनके पिता को बुलाकर कहा कि अपने बेटे को यहां से हटा लीजिए। इसी कारण किशन डीपीएस में आठवीं तक की ही पढ़ाई कर पाए। बाद में उन्होंने पटना के कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इंटर की पढ़ाई की।