मधेपुरा में मारवाड़ी सम्मेलन के वार्षिक अधिवेशन में जुटेंगे देशभर के सदस्य…पढ़िए किस विषय पर होगा मंथन

पटना। बिहार सहित देश-प्रदेश में जहां भी मारवाड़ी समाज के लोग बसे हैं, उन्होंने सबसे पहले वहां के स्थानीय निवासियों की बेहतरी और उन्नति के लिए कार्य किया। लोगों को सस्ते उत्पाद और रोजगार के बेहतरीन अवसर उपलब्ध कराना और सरकार को विकास कार्यों के लिए अधिक से अधिक राजस्व देना मारवाड़ी व्यवसायियों की प्राथमिकता रहती है। मारवाड़ी समाज का यह मानना है कि देश के विकास का रास्ता बिहार से होकर गुजरता है यानी बिहार की उन्नति के बिना देश की प्रगति संभव नहीं है। उपरोक्त बातें बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष महेश जालान ने शुक्रवार को प्रदेश के 31वें अधिवेशन उड़ान… नए क्षितिज की ओर की प्रचार सामग्री जारी करने के अवसर पर कहीं। जालान ने बताया कि 11 और 12 मार्च को मधेपुरा शाखा के आतिथ्य में आयोजित मारवाड़ी सम्मेलन का यह अधिवेशन हजारों महिला, पुरुष, युवा और बुजुर्गों के विचार मंथन का साक्षी बनेगा।

सम्मेलन के वरीय उपाध्यक्ष राजेश बजाज और नीरज खेड़िया ने बताया कि अधिवेशन में देश-प्रदेश से शिक्षा, चिकित्सा राष्ट्रीय विकास एवं एकता और महिला सशक्तीकरण जैसे विभिन्न विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए विशेषज्ञ वक्ताओं को आमंत्रित किया गया है। इसके लिए युवा सत्र, महिला सत्र, प्रेरणा सत्र और सांस्कृतिक सत्र के साथ विशाल बिहार विकास पदयात्रा आयोजित की जा रही है।संयुक्त महामंत्री घनश्याम अग्रवाल के अनुसार अब तक एक हजार से अधिक प्रतिनिधियों के आगमन की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। अधिवेशन के अवसर पर बिहार की जनता को राजस्थानी लोक कला और संस्कृति से परिचित कराने के लिए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे।

मीडिया प्रभारी एमपी जैन ने बताया कि बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा बिना वर्ग, धर्म, जाति, संप्रदाय का भेदभाव किए मरुधरा योजना के अंतर्गत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए स्थाई जल केंद्रों की स्थापना की जाती है। वहीं मरीजों की सुविधा के लिए पूरे प्रदेश में स्थित 70 शाखाओं के सात सौ ऑक्सीजन सिलेंडरों के माध्यम से प्राणवायु सेवा प्रदान की जा रही है। बिहार को विकलांगता विहीन बनाने के अभियान के अंतर्गत गरीब मरीजों को नेत्र चिकित्सा, अंग प्रत्यारोपण, आवश्यक सर्जरी और फिजियोथेरेपी की भी नि:शुल्क सुविधा प्रदान की जाती है। बिहार के हर स्थानीय पर्व-त्योहार और जरूरत के वक्त सम्मेलन की ओर से आवश्यक सहयोग और सुविधा मुहैया कराई जाती है।

undekhilive
Author: undekhilive

Leave a Comment

× How can I help you?