पहले बैच में 2 डाॅक्टर और 1 नर्स को प्रवेश
नेशनल नियोनेटोलाॅजी फोरम यानी एनएनएफ की मान्यता मिलने के बाद महावीर वात्सल्य अस्पताल में फेलोशिप कोर्स शुरू हो गया है। पहले बैच में 2 डाॅक्टरों और 1 नर्स को प्रवेश मिला है। एनएनएफ ने महावीर वात्सल्य अस्पताल में फेलोशिप के लिए कुल 6 सीट स्वीकृत किए हैं। इनमें डाॅक्टरों के 2 और नर्सिंग स्टाफ के लिए 4 सीट हैं। एनएनएफ फेलोशिप के लिए डाॅक्टरों को नियोनेटोलाॅजी में एमडी अथवा डीएनबी या डीसीएच की डिग्री होना आवश्यक है। एमडी अथवा डीएनबी डिग्रीधारी डाॅक्टरों को 1 साल का प्रशिक्षण कोर्स कराया जाएगा। जबकि डीसीएच डिग्री वाले चिकित्सकों को एनएनएफ फेलोशिप के लिए डेढ़ साल का प्रशिक्षण कोर्स करना होगा। इसी तरह एनएनएफ नर्सिंग फेलोशिप के लिए बीएससी नर्सिंग डिग्री वालों को एक साल और जीएनएम डिग्री वालों को डेढ़ साल का प्रशिक्षण कोर्स कराया जाएगा। एनएनएफ फेलोशिप में प्रवेश के लिए साक्षात्कार के आधार पर चयन किया गया है। एनएनएफ फेलोशिप में प्रवेश पानेवाले चिकित्सकों में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विवेक पांडेय और डाॅ गिरजानंद झा शामिल हैं। नर्सिंग फेलोशिप के लिए सुनीता वर्मा को प्रवेश मिला है। एनएनएफ फेलोशिप में प्रवेश के लिए महावीर वात्सल्य अस्पताल के वेबसाइट पर पिछले महीने आवेदन आमंत्रित किए गये थे। महावीर वात्सल्य अस्पताल के निदेशक डॉ एन पी सिंह ने बताया कि इसी वर्ष एनएनएफ ने महावीर वात्सल्य अस्पताल को फेलोशिप के लिए अपनी मान्यता प्रदान की है। बच्चों के इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में नवजात शिशु रोग विभाग का अलग वार्ड है। एनएनएफ ने जरूरी आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण, डाॅक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, सेवा आदि मानकों पर परखने के बाद महावीर वात्सल्य अस्पताल को फेलोशिप की मान्यता इस साल से दी है। महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने महावीर वात्सल्य अस्पताल में एनएनएफ फेलोशिप के पहले बैच में प्रवेश पानेवाले चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को बधाई और अपनी शुभकामनाएं दी हैं।