
भादो मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि गुरुवार की रात्रि महावीर मन्दिर में जन्माष्टमी का आयोजन किया जाएगा। मन्दिर के दूसरे तल्ले पर स्थित भगवान कृष्ण और सखा अर्जुन की प्रतिमा के समक्ष रात्रि 9 बजे से कार्यक्रम की शुरुआत होगी। आरंभ भजन-कीर्तन से होगा। पारंपरिक कलाकारों की टोली संगीतमय भजन प्रस्तुत करेगी। महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में उस दिन रात्रि साढ़े दस बजे से भागवत पुराण, गीता के पाठ के साथ-साथ वेद स्तुति की जाएगी। महावीर मन्दिर की पत्रिका धर्मायण के संपादक पंडित भवनाथ झा की देखरेख में गीता के एकादश अध्याय का सस्वर पाठ होगा। रात्रि 11.45 बजे मन्दिर के पुजारी भगवान को भोग लगाएंगे। मध्य रात्रि ठीक 12 बजे अजन्मा भगवान विष्णु अवतार श्रीकृष्ण के जन्म की वृहत् आरती होगी। आखिर में भक्तों के बीच वृन्दावन-मथुरा की तर्ज पर धनिया से बने पंजीरी और शीतल प्रसाद का वितरण किया जाएगा। महावीर मन्दिर में कृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन पारंपरिक रूप से कई दशकों से किया जा रहा है।
