पटना। मां वैष्णो देवी सेवा समिति और मां ब्लड सेंटर परिवार की ओर से एक शोकसभा आयोजित कर आचार्य किशोर कुणाल जी के आकस्मिक निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष जगजीवन सिंह ने कहा कि आचार्य किशोर कुणाल जी का निधन न केवल हमारी संस्था बल्कि पूरे राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने समाज के विकास और राज्य की उन्नति के लिए जो कार्य किए हैं, वे सदैव प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे।
समिति के सचिव कन्हैया अग्रवाल (कन्नू) ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि कुछ व्यक्तित्व ऐसे होते हैं जो अपने महान कार्यों और सादगी से अमर हो जाते हैं। आचार्य किशोर कुणाल जी ने अपने जीवन में न केवल धर्म को समाजसेवा से जोड़ा, बल्कि समाज में सामंजस्य स्थापित करने का अनूठा कार्य किया। उनका जीवन सदैव एक आदर्श के रूप में हमारे सामने रहेगा।
समिति के संस्थापक सदस्य मुकेश हिसारिया ने कहा कि आचार्य किशोर कुणाल जी का निधन बिहार के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने महावीर मंदिर न्यास समिति के माध्यम से धर्म और समाजसेवा को जो ऊंचाइयां दीं, वे अद्वितीय हैं। उनका योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा। समिति के कोषाध्यक्ष नंद किशोर अग्रवाल ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि आचार्य किशोर कुणाल जी केवल एक व्यक्ति नहीं थे, बल्कि वे एक संस्था थे। प्रशासन, धर्म, और समाजसेवा के क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों की तुलना करना असंभव है। उनकी संवेदनशीलता और दूरदृष्टि ने बिहार को नई पहचान दी। उनकी यादें और आदर्श सदैव हमारे दिलों में जीवित रहेंगे।
इस मौके पर समिति के वरिष्ठ सदस्य एमपी जैन, पूर्व अध्यक्ष सुशील सुन्दरका और नरेश अग्रवाल ने भी अपने विचार साझा किए। सभी ने आचार्य किशोर कुणाल जी के जीवन और कार्यों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में जो योगदान दिया, वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। सभा में उपस्थित सभी सदस्यों और अतिथियों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा और ईश्वर से प्रार्थना की कि वे परिवार और समाज को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
श्रद्धांजलि सभा में ये मौजूद रहे
सभा में समिति के अन्य सदस्य संतोष अग्रवाल, पवन भगत, मनोज अग्रवाल और राजकुमार अग्रवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने अपने-अपने शब्दों में आचार्य किशोर कुणाल जी को श्रद्धांजलि दी और उनके प्रति अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं।