पटना। आठ नवंबर को शाम 5 बजकर 9 मिनट से लेकर 6 बजकर 19 मिनट तक चंद्रग्रहण लग रहा है। शाम को ग्रहण युक्त चंद्रमा का उदय होगा। चंद्रग्रहण लगने के छह घंटे पहले सूतक लगता है। यानी 8 नवंबर को 11 बजकर 9 मिनट से सूतक लग जाएगा। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद रहेंगे और भगवान का स्पर्श वर्जित रहेगा। चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान का भजन-कीर्तन करना चाहिए। ग्रहण समाप्त होने पर दान करना चाहिए। इससे पुण्य फल की प्राप्ति होगी और ग्रहण का दुष्प्रभाव से बच सकेंगे।
कार्तिक पूर्णिमा में गंगा में लगभग दो लाख श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। कार्तिक महीने में भगवान विष्णु की आराधना करने वाले लोग बड़ी संख्या में नदी में स्नान करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा सात नवंबर (सोमवार) दोपहर 3.58 से शुरू होकर 8 नवंबर (मंगलवार) दोपहर 3 बजकर 53 मिनट के बीच पड़ रही है। 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगने से पूर्णिमा व्रत रखने वाले श्रद्धालु सात नवंबर को ही व्रत की पूर्णिमा मनाएंगे। इस दिन उपवास रखेंगे और श्री हरि का भजन-कीर्तन और मंत्रजाप करेंगे।
8 नवंबर को सुबह स्नान-दान की पूर्णिमा होगी। मतलब श्रद्धालु गंगा सहित अन्य नदियों, घरों में स्नान कर दान कर सकेंगे। 7 नवंबर को व्रत की पूर्णिमा के दिन अमृत योग पड़ रहा है। सात नवंबर को ही राजधानी में लोग देव दीपावली मनाएंगे। बताते चलें कि शास्त्र में तीन दीपावली का जिक्र है। अश्विन अमावस्या को पित्र दीपावली, कार्तिक अमावस्या को मानव दीपावली और कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनायी जाती है।