पटना। कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के लिए राजद ने त्याग किया है। महागठबंधन के तहत उसने अपनी यह सीटिंग सीट जदयू के लिए छोड़ दी है। यहां से जदयू के मनोज कुशवाहा चुनाव लड़ेंगे। मनोज जदयू से वर्ष 2005 से 2015 तक कुढ़नी से विधायक थे और मंत्री भी रहे हैं।
कुढ़नी सीट जदयू को दिए जाने की घोषणा महागठबंधन के सातों दलों के नेताओं ने शनिवार को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। पांच दिसंबर को कुढ़नी में चुनाव होना है। 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में राजद ने भाजपा को कुढ़नी में करीब 700 वोटों से हराया था। निवर्तमान राजद विधायक अनिल सहनी को हाल ही में दिल्ली की सीबीआई अदालत द्वारा धोखाधड़ी के एक मामले में दोषी ठहराए जाने और उन्हें तीन साल की सजा दिए जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता जाने से यह सीट खाली हुई है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कुढ़नी की सीट छोड़ने के लिए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का आभार। हमलोगों के आग्रह पर राजद ने यह सीट जदयू के लिए छोड़ी है। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुलबारी सिद्दिकी ने कहा की महागठबंधन के सभी सातों दलों की सहमति से निर्णय हुआ है। महागठबंधन पूरी मजबूती से वहां चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश को यह एक संदेश भी है कि महागठबंधन के सभी दल एक-दूसरे के लिए त्याग करेंगे।
इस मौके पर उक्त दोनों नेताओं के अलावा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, माले के केडी यादव, हम के संतोष सुमन, सीपीएम के अरुण मिश्रा, सीपीआई के रामनरेश पांडेय, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री आलोक मेहता, सीपीआई के पूर्व एमएलसी संजय कुमार, जदयू नेता संजय सिंह उर्फ गांधीजी, एमएलसी रवींद्र प्रसाद, प्रवक्ता अभिषेक झा, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर आदि उपस्थित थे।
भाजपा और चिराग पासवान पर साधा निशाना
ललन सिंह ने नाम लिए बना लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान और भाजपा पर निशाना साधा। कहा कि भाजपा हर सीट पर एक बोरो खिलाड़ी भी मैदान में उतारती है। दावा किया कि 75 प्रतिशत वोटर महागठबंधन के साथ हैं। बड़े अंतर से यह सीट हमलोग जीतेंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू ने जहां-जहां से चुनाव लड़ा था, वहां-वहां चिराग पासवान ने अपने प्रत्याशी उतारे थे। कई जगह चिराग के प्रत्याशी के कारण जदयू को नुकसान उठाना पड़ा था।