पटना। घर हो या पार्टी प्लेट में पड़े हुए व्यंजन का आखिरी टुकड़ा आग्रह करने पर भी नहीं लेना चाहिए। अगर कोई लगातार ऐसा कर रहा है तो वाह लाइफ पार्टनर से वंचित हो सकता है। ऐसी धारणा है कि आखरी टुकड़ा या कौर दुर्भाग्य और गरीबी को न्योता देता है
किसी की ओर उंगली ना उठाएं ना अपनी ओर उठने दें
किसी को भी अपनी और उंगली उठाने का दुस्साहस करने की अनुमति ना दें। इससे बुरी ऊर्जा हमला करती है। अगर ऐसा होता है तो समझ लीजिए कि जल्दी ही किसी दुर्भाग्य का शिकार शिकार होने वाले हैं। खास तौर पर बात करते वक्त दो उंगलियां कभी ना उठाएं। यही नहीं आपको यह भी हक नहीं है कि आप किसी की ओर उंगली उठाए। ऐसा नहीं है कि ऐसी स्थिति में आप को नुकसान नहीं होगा वास्तव में यह दोनों पक्षों के लिए अशुभ होता है।
भगवान की उपासना करते समय दीपक का स्पर्श करने से पहले हाथ धो लेना चाहिए। अन्यथा दोष लगता है।
शालिग्राम, तुलसी और शंख इन तीनों को एक साथ रखने से भगवान बहुत प्रसन्न होते हैं। शालिग्राम और शंख पर रखी हुई तुलसी को अलग करना पाप है। शालिग्राम से तुलसी अलग करने वाले को जन्मांतर में स्त्री वियोग की प्राप्ति होती है और शंख से तुलसी अलग करने वाला भार्याहीन और सात जन्मों तक रोगी होता है।
घर में टूटी-फूटी या अग्नि से जली हुई प्रतिमा की पूजा नहीं करनी चाहिए। ऐसी मूर्ति की पूजा करने से गृह स्वामी को बुद्धि-ज्ञान नष्ट होता है। घर में प्रतिदिन पूजा के लिए वही प्रतिमा रखनी चाहिए जो स्वर्ण आदि धातुओं की बनी हो और कम से कम यह अंगूठे के बराबर तथा अधिक एक बित्ते की हो। खंडित प्रतिमा की पूजा नहीं करनी चाहिए।
मनुष्य चित्रों और मंदिरों में कहीं भी सूर्य के चरणों का चित्र नहीं बनवाना चाहिए। अगर कोई सूर्य के चरणों का निर्माण करवाता है तो वह दुर्गति को प्राप्त होता है और कुष्ठ रोगी हो जाता है।
