पटना। पटना जैन समाज के वरिष्ठ सदस्य एवं समाजसेवी स्व. शांतिलाल जैन के निधन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा (तिया) में समाज के सैकड़ों लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। यह आयोजन श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पटना में संपन्न हुआ। इसमें विभिन्न प्रतिष्ठित व्यक्तियों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित 200 से अधिक महिला एवं पुरुष उपस्थित रहे।
सभा की शुरुआत सामूहिक रूप से णमोकार मंत्र एवं बारह भावना पाठ के साथ हुई। जैन संघ के अध्यक्ष प्रदीप जैन ने सभा का संचालन करते हुए कहा कि स्व. शांतिलाल जैन का जीवन सेवा, परोपकार और धर्म के प्रति समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने जैन समाज की उन्नति और संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मीठापुर जैन समाज के अध्यक्ष बिजय जैन कासलीवाल ने कहा कि स्व. जैन का मार्गदर्शन समाज को संगठित करने और सामाजिक सौहार्द बढ़ाने में सहायक रहा। पूर्व जिला जज अखिलेश जैन ने कहा कि जैन समाज में उनका योगदान अपूरणीय है और उन्होंने अपनी कर्मठता, समर्पण और सेवा भाव से सभी को प्रेरित किया।
बिहार अग्रवाल महिला संघ की अध्यक्ष डॉ. गीता जैन ने बताया कि स्व. शांतिलाल जैन पटना सकल दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष सहित कई संस्थाओं से जुड़े हुए थे। वे अपने नेतृत्व और समाजसेवा के लिए प्रसिद्ध थे। पद्मश्री बिमल जैन ने कहा कि उनका योगदान समाज के लिए अमूल्य था और उनकी कमी को पूरा करना संभव नहीं है। गुजराती समाज के प्रमुख रामेश कामदार ने भी उनके सामाजिक योगदान की सराहना की।
अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
बिहार स्टेट दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के पराग जैन, आशा विहार की सरोज पाटनी, समाजसेवी एमपी जैन, बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष आशीष शंकर, अग्रभारत फाउंडेशन के अध्यक्ष गणेश खेतड़ीवाल, सरला छाबड़ा सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने सभा में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस श्रद्धांजलि सभा में पटना सहित अन्य शहरों से भी गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से ईशान जैन, पाटलिपुत्र दिगंबर जैन समिति के सचिव ज्ञान पाटनी, कमल जैन, सुनील काला, सुरेंद्र जैन गंगवाल, नरेन्द्र जैन, सुबोध जैन, अजित जैन सहित सैकड़ों महिला एवं पुरुषों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। श्रद्धांजलि सभा के अंत में उपस्थितजनों ने उनके द्वारा दिखाए गए सेवा और संगठन के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान समाज के उत्थान और एकता को बनाए रखने के लिए भी विचार व्यक्त किए गए।
