गुरुदेव रबीन्द्रनाथ ठाकुर की 163 वी जन्म जयंती के उपलक्ष्य में स्वर साम्राज्य द्वारा गीती नृत्य नाटिका चंडालिका की प्रस्तुति दी गई।
भारती मंडपम हॉल में शनिवार की शाम को स्वर साम्राज्य द्वारा आयोजित, कला संस्कृति एवं युवा विभाग के सौजन्य से रंगारंग कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कला संस्कृति एवं युवा विभाग की निदेशक श्रीमती रूबी, डॉ गीता जैन, श्री एम पी जैन, डॉ गिन्नी ज़ाखनवाल तथा डॉ रत्ना पुरकायस्थ ने द्वीप प्रज्वलन कर गुरुदेव की चरणों में पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
प्रथम चरण में अतिथियों का सम्मान मोमेंटो से स्वर साम्राज्य के फाउंडर श्री शिबाशीश मुखर्जी तथा मिताली मुखर्जी और निदेशक शायक देव मुखर्जी द्वारा किया गया। तत्पश्चात कवि प्रणाम प्रस्तुत की गई जिसमें “हे नूतन देखा दीक आर बार” तथा ओय मोहा मनोबो आसे” गायन सह नृत्य देख दर्शकों की तालियां रुक नही रही थी।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में रविन्द्र नृत्य नाटिका चंडालिका का मंचन किया गया जिसे देख लोग भावविभोर हो उठे, कुछ लोगो के आंखो से आंसू आने लगे थे।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में संपूर्ण जन गण मन की प्रस्तुति दी गई जो दर्शकों के लिए एक खास आकर्षण बन गया। तालियों की बौछार से पूरा हॉल गूंज उठा था।
गायन में स्नेहा, बरनाली, सौमिता, मोनिषिका, संगीता, अनंत सहित मिताली मुखर्जी, शिवाशिश मुखर्जी तथा शायक देव मुखर्जी ने अपनी आवाज से दर्शकों को बांधे रखा। वही सितार में श्री अमिताभ चौधरी तथा श्री प्रतीक बनर्जी की अतुलनीय सितार वादन से दर्शक झूम उठे, तथा सिंथेसाइजर में श्री अशोक सिंह और तबले पर श्री सुबोध रंजन प्रसाद ने भरपूर साथ दिया।
नृत्य में काव्या, गार्गी, कृति, वैष्णवी, अनन्या, प्रणीषा, नव्या, इनकशी, रुचि, मौशमी, रिम्पा, विशाल, शुभादित्य, रितेश, सत्यजीत, जीत, अयन तथा नूतन सिन्हा ने शानदार प्रस्तुति दी। मंच संचालन श्रीमती सोमा चक्रवर्ती ने किया, कार्यक्रम के संचालन करण और शिवम ने किया। इस कार्यक्रम में संगीत निर्देशन श्री शिवासीष मुखर्जी, नृत्य निर्देशन श्रीमती मिताली मुखर्जी, नृत्य परिकल्पना श्रीमती रिम्पा लाहिरी, सह निर्देशन सुश्री माैशमी डे, तथा समग्र कार्यक्रम का संचालन तथा निर्देशन श्री शायक देव मुखर्जी ने किया।