पटना। मां वैष्णो देवी सेवा समिति की ओर से दहेज मुक्त सामूहिक विवाह (एक विवाह ऐसा भी) के 11वें संस्करण में रविवार एक साथ 51 दूल्हों की बारात महाराणा प्रताप भवन से बाजे गाजे के साथ निकली। बारात विवाह एवं कार्यक्रम स्थल श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल पहुंची। रास्ते मे अनेक व्यावसायिक एवं सामाजिक संस्था ने उनका स्वागत किया। इससे पूर्व महाराणा प्रताप भवन में संगीत एवं मेहदी की रस्म पारंपरिक गीतों के साथ किया गया।
इस अनूठे विवाह में महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। उन्होंने वर-वधुओं को आशीर्वाद दिया। महामहिम का स्वागत अध्यक्ष जगजीवन सिंह, सचिव कन्हैया अग्रवाल कन्नू, नंद किशोर अग्रवाल, मुकेश हिसारिया एवं अन्य ने किया। सचिव कन्हैया अग्रवाल ने बताया कि श्रीकृष्णा मेमोरियल हॉल के बाहरी परिसर में विवाह के लिए 20 हजार वर्ग फुट में पंडाल बना था। इसमें 51 मंडप में 51 पंडितों की ओर से 51 जोड़ो का विधिपूर्वक विवाह सम्पन कराया गया। कन्हैया ने कहा कि श्रीकृष्णा मेमोरियल हॉल के बाहरी परिसर में बारात आगमन पर 6000 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था थी।
विवाह के आयोजन के साथ मस्कुलर डिस्ट्रोफी जागरूकता का संदेश पत्रकार संजय सिन्हा की ओ से दिया गया। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में अंदर मां के दरबार की भव्य सजावट की गई थी। इसी के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी संध्या 5:45 से कृष्णा मेमोरियल हाल में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायिका प्रिया मल्लिक ने अपने गीतों से पूरे हॉल में उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अतिरिक्त कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। मौके पर मां वैष्णो देवी सेवा सम्मान आज तक के एडिटर सुप्रिय प्रसाद, गायिका प्रिया मल्लिक, कामिनी झा और सूरत के प्रसिद्ध व्यवसाई महेश सेहवानी को दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जगजीवन सिंह, कन्हैया अग्रवाल, नंद किशोर अग्रवाल, मुकेश हिसारिया, जितेंद्र जित्तू सहित सारे सदस्य लगे हुए थे। कार्यक्रम के अंत मे नंद किशोर अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।