विश्व नवकार महामंत्र दिवस पर पटना के जैन मंदिरों में एक साथ गूंजा ‘णमोकार मंत्र’

पटना। जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के आह्वान पर मंगलवार 9 अप्रैल को विश्व नवकार महामंत्र दिवस पर पूरे विश्व में एक साथ ‘णमोकार महामंत्र’ का जाप किया गया। इस विशेष अवसर पर पटना सहित विभिन्न शहरों के जैन मंदिरों में सामूहिक मंत्रोच्चार का आयोजन किया गया।

पटना के श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर कदमकुआं, मीठापुर दिगम्बर जैन मंदिर, गुरारा जैन मंदिर सहित अन्य प्रमुख मंदिरों में सुबह 8:01 बजे से 9:35 बजे तक सामूहिक रूप से णमोकार महामंत्र का जाप हुआ। कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने पूरे श्रद्धाभाव से भाग लिया। कदमकुआं और मीठापुर मंदिर में महिलाओं और पुरुषों की बड़ी भागीदारी रही। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने एक साथ शांतिपूर्वक मंत्र जाप कर आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया। इस अवसर पर पटना की महापौर सीता साहू, विधायक अरुण सिन्हा, सुषमा साहू और बिनोद पहाड़िया जैन सहित अनेक प्रमुख व्यक्तित्वों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान जैन समाज के प्रबुद्ध सदस्य एमपी जैन ने बताया कि “णमोकार महामंत्र” जैन धर्म का सर्वाधिक पवित्र और मूल मंत्र है। इसे नवकार मंत्र, नमस्कार मंत्र या पंच परमेष्ठि नमस्कार भी कहा जाता है। इस मंत्र में अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु समेत पंच परमेष्ठियों को नमन किया जाता है।

उन्होंने कहा कि यह मंत्र किसी व्यक्ति विशेष का नहीं, बल्कि शुद्ध आत्मस्वरूप का स्मरण, ध्यान और वंदन है। यह मंत्र अनादि है, जिसका कोई आदि या अंत नहीं है, और अक्षयस्वरूप है, जो कभी क्षीण नहीं होता। जैन परंपरा में इसे लोकोत्तर मंत्र माना गया है — यानी ऐसा मंत्र जो न केवल लौकिक, बल्कि आत्मिक और आध्यात्मिक कल्याण भी करता है। एमपी जैन ने यह भी बताया कि नवकार मंत्र का जाप न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि यह सभी पापों का नाश करने वाला और मंगलकारी भी है। यह संपूर्ण मानवता को आत्मिक शुद्धता और सद्भावना की ओर ले जाने वाला मंत्र है। संपूर्ण आयोजन का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर शांति, समता और आत्मकल्याण के संदेश को फैलाना था। आयोजकों ने विश्वास जताया कि ऐसे कार्यक्रम समाज में सद्भाव और नैतिक मूल्यों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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Author: undekhilive

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