पटना के प्रसिद्ध महावीर मन्दिर में गणपति के अवतरण का त्योहार मनाया गया। मंगलवार को गणेश चतुर्थी के दिन सुबह महावीर मन्दिर के दक्षिणी भाग में स्थित भगवान गणेश की प्रतिमा के समक्ष पूजन संपन्न हुआ। महावीर मन्दिर के पुरोहित पंडित गजानन जोशी की देखरेख में गणेश पूजन हुआ। जजमान की भूमिका में महावीर मन्दिर के पुरोहित माधव उपाध्याय थे। महाराष्ट्र के रहनेवाले पंडित गजानन जोशी ने बताया कि गणेश जी का अवतरण माता पार्वती की मैल से माना गया है। भाद्रपद महीने के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश भगवान का अवतरण हुआ था। इस तिथि को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। पिता देवों के देव भगवान शंकर और माता पार्वती से प्रथम पूज्य का आशीर्वाद इन्हें प्राप्त है। कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत गणेश पूजन से ही होता है। कहा जाता है कि इन्होंने संसार की परिक्रमा के लिए कहे जाने पर माता-पिता की परिक्रमा कर उसे संसार की परिक्रमा के जैसा बताया। पंडित गजानन जोशी ने बताया कि माता-पिता के प्रति समर्पण भाव, अनुशासन, बुद्धिमत्ता, एकाग्रता जैसे गुणों वाले गणपति की पूजा किसी भी शुभ और रचनात्मक कार्य में आनेवाली बाधाओं को समाप्त करती है। किसी भी मनुष्य में गणेश जी के इन गुणों का कुछ अंश भी आ जाए तो वह व्यक्ति सफलता के शिखर पर पहुँच सकता है। एकदन्त, भालचंद्र, लंबोदर, गजानन, सुमुख आदि नामों से भी इनकी वंदना की जाती है। महावीर मन्दिर में गणेश पूजन के बाद आरती की गई। अंत में वहां उपस्थित भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। इस अवसर पर महावीर मन्दिर के अधीक्षक के सुधाकरन भी उपस्थित थे।
गणेश चतुर्थी को गणपति ने लिया अवतार महावीर मन्दिर में विघ्नहर्ता का विशेष पूजन
- undekhilive
- September 19, 2023
- 7:33 pm