१३ अक्टूबर की शाम, बिहार संग्रहालय में पटना लिटरेरी फेस्टिवल की ओर से, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत का कार्यक्रम “धरोहर” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के राज्यपाल श्री राजेंद्र अरलेकर जी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के प्रथम चरण में गुरुजी पंडित अजय ठाकुर संग शिष्य परिवार नृत्यांजलि, गौरव, रिषभ, अभिनीत, अयान, एंटोनियो ने तबला संगम की अद्वितीय प्रस्तुति दी जिसे सुन तालियों की गूंज रुक नही रही थी।
कार्यक्रम के द्वितीय चरण में युवा नृत्यांगना धूमाली ठाकुर द्वारा कत्थक नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
बोल पढांत पर तिब्रा ठाकुर ने साथ निभाया।तबले पर श्री तालंजय ठाकुर तथा गायन में श्री शायक देव मुखर्जी ने भजन की प्रस्तुति दी जिसे सुन श्रोतागण भावविभोर हो उठे। साथ ही संगत कलाकार पर हारमोनियम पर श्री संतोष अनिशाबादी तथा बांसुरी पर युवा कलाकारा तालंजली ठाकुर ने श्रोताओं से खूब तालियां बटोरी।
कार्यक्रम के तीसरे चरण पर पंडित रोनू मजूमदार की बांसुरी वादन तथा पंडित तरुण भट्टाचार्य की संतूर वादन पर जुगलबंदी प्रस्तुत की गई तथा टेबल पर पंडित मिथिलेश झा ने संगत किया जिसे सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे।