पटना। गया के पूर्व एसएसपी व निलंबित आइपीएस अधिकारी आदित्य कुमार के फेवर में तत्कालीन डीजीपी एसके सिंघल को पटना हाईकोर्ट का फर्जी मुख्य न्यायाधीश बनकर कॉल करने वाले अभिषेक भोपालिका उर्फ अभिषेक अग्रवाल ने जेल से ही वहीं के अधिकारी को चूना लगा दिया।
तकरीबन सवा महीने से अभिषेक एडीजी व गृह सचिव बनकर जेल अधीक्षक को कॉल करता रहा। उसने अपने कई काम भी निकलवा लिए। शक होने पर रविवार को अभिषेक के नंबर की जांच की गयी तो पता चला कि उसका लोकेशन बेऊर जेल में ही है। जेल अधिकारियों ने गोलघर सेल नंबर दो में छापेमारी की। इस दौरान अभिषेक और रजा नाम के बंदी के पास से एक मोबाइल व दो सिमकार्ड मिले। इन्हीं नंबरों से अभिषेक जेल अधीक्षक इंजीनियर जितेंद्र कुमार और जेलर को कॉल किया करता था। अभिषेक को जेल प्रशासन ने सिंगल सेल में कैद कर दिया है। यह भी चर्चा है कि फर्जीवाड़ा कर अभिषेक ने एक करोड़ से अधिक की उगाही भी की है।
जेल प्रशासन ने 48 घंटे तक इस मामले को दबाये रखा। मंगलवार को पूरे प्रकरण को लेकर बेऊर थाने में एफआईआर दर्ज करायी गयी। अभिषेक और रजा पर फर्जी अधिकारी बनकर कॉल करने, धमकी देने सहित अन्य आरोप लगे हैं। हालांकि एफआईआर में अवैध उगाही की चर्चा नहीं है। बेऊर में कैद एक बंदी से ही अभिषेक ने 15 हजार रुपये में मोबाइल खरीदा था। जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि एक कक्षपाल उदय प्रताप सिंह के मोबाइल में अभिषेक का नंबर मिला है। उदय सहित सेल में तैनात अन्य आठ कक्षपालों से स्पष्टीकारण की मांग की गयी है।
अभिषेक ने एक एडीजी रैंक के पुलिस अधिकारी की तस्वीर को अपने वाट्सएप के डीपी में लगा लिया था। वहीं दूसरे नंबर पर उसने धार्मिक तस्वीर लगा रखी थी। वह सुबह के दस बजे से पहले उन्हें कॉल किया करता था जब वे अपने घर पर होते थे। वरीय अधिकारी का कॉल आता देख सम्मान देने के कारण वे हमेशा ‘जय हिंद’ कहकर बात किया करते थे। फिर अभिषेक जेल अधीक्षक को टास्क दिया करता था। काम न होने पर वह उनका ट्रांसफर करवाने और सस्पेंड करने तक की धमकी देता था। इसके बाद वह दूसरे सेल में कैद बंदियों को वहां से निकालने के लिए पैरवी करने लगा। इसके एवज में भी वह बंदियों से रुपये मंगवाता था। जेल के कर्मियों की फेरबदल को लेकर भी उसने कई कॉल अधिकारियों को किये थे। वहीं एसएसपी पटना राजीव मिश्रा ने बताया कि वरीय अधिकारियों के नाम से फर्जी कॉल करने के मामले में अभिषेक सहित दो पर बेऊर थाने में केस दर्ज हुआ है। पटना पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है।