मरीजों और उनके परिजनों को ब्लड के लिए कितना परेशान होना पड़ता है, यह बताने की जरूरत नहीं। अब गरीब और बिना पहुंचवाले मरीज भी पा सकेंगे ब्लड।
भगवान न करे किसी के घर में कोई बीमार हो, पर लोग बीमार तो होते ही रहते हैं। बीमार मरीज और उसके परिजन ब्लड के लिए कहां-कहां परेशान नहीं होते। बड़ी मुश्किल से ब्लड मिलता है, तो उसके लिए कीमत भी चुकानी पड़ती है, जो सबके लिए संभव नहीं होता। कई बार ब्लड मिल जाता है, तो उसकी क्लाविटी अच्छी नहीं होती। बिहार के मरीजों की इसी परेशानी को ध्यान में रखते हुए मां वैष्णो देवी सेवा समिति ने पटना में मां ब्लड सेंटर खोलने का निर्णय लिया। इसकी सारी तैयारी अंतिम चरण में है। 27 फरवरी से यह ब्लड सेंटर काम करने लगेगा। इस दिन यह ब्लड सेंटर जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। यह बिहार का पहला गैर व्यावसायिक निजी ब्लड बैंक है। इसका मकसद मुनाफा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा करना है। यहां ब्लड बैंक में अत्याधुनिक मशीनें मंगाई स्थापित की गई हैं।
अभी उद्घाटन नहीं हुआ है, लेकिन लोग लगातार देखने आ रहे हैं। यूथ फार स्वराज के संयोजक कन्हैया कुमार ने इसे इनसानियत की मिसाल बताया है।
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