अनदेखी लाइव, पटना : पटना पुस्तक मेले में सोमवार को आंख, दांत और ईएनटी विषय पर स्वास्थ्य परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. शशि मोहनका ने काला मोतियाबिंद को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों में इसका इतिहास रहा है, उन घरों में 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को नियमित नेत्र जांच अवश्य करानी चाहिए। आंखों में लालिमा, कीचड़ जमना या धुंधलापन जैसे लक्षण दिखाई दें तो विशेषज्ञ से तुरंत परामर्श लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि समय पर जांच से गंभीर स्थिति को रोका जा सकता है। वहीं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार सिंह ने बताया कि मोबाइल, लैपटॉप और टीवी स्क्रीन के बढ़ते उपयोग से ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने प्रिंट सामग्री पढ़ने और स्क्रीन की ब्राइटनेस आंखों के अनुकूल रखने की सलाह दी।
डॉ. रंजना कुमार ने आंखों में धुंधलापन आने पर देर न करने की अपील की। ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. प्रीति शर्मा ने कान बहने की समस्या को गंभीरता से लेने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कान की अनावश्यक सफाई नुकसानदायक होती है। डॉ. सुमित कुमार ने सर्दी के मौसम में नाक बहना, कान दर्द और टॉन्सिल बढ़ने जैसी समस्याओं को नजरअंदाज न करने की सलाह दी। दंत चिकित्सक डॉ. राजीव लाल ने दांतों में झनझनाहट और पीलापन के कारणों की जानकारी देते हुए दिन में दो बार ब्रश करने को जरूरी बताया। डॉ. प्रतिभा कुमारी ने कहा कि बच्चों को मिठाई खाने से रोकना कठिन है, ऐसे में मिठाई के बाद दांतों की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। डॉ. प्रतीक आनंद ने बताया कि जंक फूड की आदत बच्चों में दांत संबंधी परेशानियां बढ़ा रही है।





