श्री मिथिलापुरी जी में पंच कल्याणक महोत्सव का भव्य शुभारंभ
- अनदेखी लाइव, पटना : मिथिलापुरी जी दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र पर श्री मज्जिनेन्द्र पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य आगाज हुआ। जिसने पूरे क्षेत्र को भक्ति और उल्लास के रंग से सराबोर कर दिया। यह आयोजन परम पूज्य गणाचार्य श्री 108 विराग सागर जी महाराज के 43वें मुनि दीक्षा दिवस के शुभ अवसर पर हो रहा है। महोत्सव के प्रथम दिन की शुरुआत अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक माहौल में हुई। सर्वप्रथम मूल नायक वेदी में विराजमान जिन बिम्बों का अभिषेक और पूजन किया गया। इसके उपरांत मंगल कलशों को सर पर रखकर महिलाओं द्वारा घटयात्रा निकाली गई। यह भव्य घटयात्रा मंदिर जी से आरंभ होकर नगर भ्रमण करते हुए पंचकल्याणक मण्डप में आकर संपन्न हुई, जिसमें उपस्थित सभी भक्तों ने भाग लिया और धर्म ध्वजा लहराई। घटयात्रा के समापन के पश्चात पंचकल्याणक मण्डप में विधि-विधान से धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ किए गए। प्रतिष्ठाचार्य डॉ. अजित जी शास्त्री और मुरैना से पधारे पंडित मुकेश जी शास्त्री के मंत्रोच्चार द्वारा मण्डप शुद्धिकरण का कार्य किया गया। आयोजन में सम्मिलित हुए सभी श्रावक और श्राविकाओं ने अपने कलशों में भरे पवित्र जल को संपूर्ण आयोजन स्थल पर छिड़ककर शुद्धिकरण की इसके पश्चात गुरुदेव के मुखारबिंद से श्री जी के शांतिधारा मंत्रों का उच्चारण किया गया, जिसने वातावरण को और भी अधिक शांत और भक्तिमय बना दिया। इसके बाद झंडोतोलन के कार्यक्रम को विधिवत रूप से प्रारंभ किया गया। इसके तुरंत बाद सभी उपस्थित श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक याग मण्डल विधान में सामूहिक रूप से अपनी सहभागिता सुनिश्चित की। इस पंचकल्याणक महोत्सव में तीर्थंकरों की पाँचों कल्याणक क्रियाएं क्रमबद्ध रूप से संपन्न की जा रही हैं। प्रथम दिन ही तीन महत्वपूर्ण क्रियाओं को पूर्ण किया गया। महोत्सव की शुरुआत सबसे पहले गर्भ कल्याणक की क्रिया से हुई, जिसके पश्चात जन्म कल्याणक और अंत में तप कल्याणक की क्रिया को संपन्न किया गया। इन क्रियाओं के माध्यम से तीर्थंकर के जीवन के महत्वपूर्ण पड़ावों को प्रतीकात्मक रूप से दर्शाया गया, जिसने भक्तों को आत्म-कल्याण की प्रेरणा दी। इस शुभ अवसर पर मुनि श्री 108 विशल्य सागर जी महाराज ने अपना प्रवचन दिया।
इस पावन अवसर पर बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी के मानद मंत्री पटना से पराग जैन भी सम्मिलित हुए और उन्होंने गुरुदेव का आशीर्वाद प्राप्त कर अपनी श्रद्धा व्यक्त की। मिथिलापुरी जी तीर्थ क्षेत्र के लिए यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण पावन अवसर है, क्योंकि यह दूसरा अवसर है जब यहाँ जिनबिम्ब प्रतिष्ठित होकर तीर्थ पर विराजमान हो रहे हैं। इस पंचकल्याणक महोत्सव में कुल अष्टधातु की चार प्रतिमाओं को प्रतिष्ठित किए जाने का लक्ष्य है। प्रथम दिन का यह संपूर्ण कार्यक्रम अत्यंत विधि-विधान और हर्सोल्लास के साथ संपन्न हुआ। एम पी जैन ने बताया कि इस सफल आयोजन में प्रबंधक मनमोहन जैन, रवि कुमार जैन, चंदन जैन, मनोज जैन, पंकज जैन सहित दिल्ली, छत्तीसगढ़, हरियाणा, मध्यप्रदेश, पटना बिहार से आए तीर्थ यात्रीगण उपस्थित रहे।





