सासाराम की गार्गी पाठशाला में फैला शिक्षा का उजाला, आईपीएस विकास वैभव ने सराहा

सासाराम। अमरा तालाब के शांत जल के किनारे स्थित गार्गी पाठशाला शनिवार को एक नई ऊष्मा, नई ऊर्जा और नए उजाले से भर उठी, जब लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के मुख्य संरक्षक एवं प्रख्यात आईपीएस अधिकारी विकास वैभव निरीक्षण के लिए पहुंचे। उनके आगमन ने पूरे केंद्र में मानो एक उत्सव सा वातावरण रच दिया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों के अनुशासन, सीखने की ललक, शिक्षिकाओं के समर्पणपूर्ण शिक्षण तंत्र और केंद्र के भीतर व्याप्त सकारात्मक और प्रेरणादायी माहौल को गहराई से देखा। हर कक्षा, हर गतिविधि और हर बच्चे की आंखों में चमक उन्हें इस केंद्र की आत्मा का परिचय दे रही थी।

निरीक्षण के बाद विकास वैभव ने कहा कि गार्गी पाठशाला ने शिक्षा, अनुशासन और सामाजिक चेतना के क्षेत्र में जो ऊंचाइयां प्राप्त की हैं, वह इसे बिहार की सर्वश्रेष्ठ एवं नंबर वन गार्गी पाठशालाओं की श्रेणी में प्रतिष्ठित कर देती है। उन्होंने शिक्षिकाओं की निष्ठा और बच्चों के व्यवहार से प्रसन्न होकर कहा कि यहां शिक्षा सिर्फ पढ़ाई नहीं, बल्कि एक संस्कार के रूप में जीवित है। इसके बाद विकास वैभव ने केंद्र में निःस्वार्थ सेवा दे रहीं समर्पित विदुषियों को अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। सम्मान का वह क्षण पूरे परिसर में गर्व, भावुकता और प्रेरणा की दिव्य अनुभूति बनकर फैल गया।

 

उन्होंने कहा कि इन शिक्षिकाओं के चलते ही यह केंद्र ज्ञान, धैर्य, अनुशासन और आशा का एक जीवित मंदिर बन सका है। उन्होंने विशेष रूप से जिला मुख्य समन्वयक नूतन पाण्डेय की प्रशंसा करते हुए कहा कि नूतन पांडेय जी ने जिस अनुशासन, विवेक, मातृवत स्नेह और नेतृत्व-प्रकाश से इस केंद्र को विकसित किया है, वह केवल प्रशंसनीय नहीं बल्कि अविस्मरणीय और अनुकरणीय है। वे रोहतास में शिक्षा संवर्धन और सामाजिक जागरण की एक सुदृढ़ आधारशिला हैं। उनके प्रयासों ने बच्चों ही नहीं, पूरे समुदाय के जीवन में वास्तविक और प्रभावी परिवर्तन उत्पन्न किया है। उन्होंने आगे कहा कि नूतन पाण्डेय की निरंतरता, संगठन कौशल और बच्चों के प्रति उनका सौम्य लेकिन दृढ़ मार्गदर्शन इस पाठशाला को एक आदर्श, प्रेरक और नवयुगीन शिक्षा मॉडल के रूप में स्थापित करता है।

गणमान्यों की सहभागिता और बच्चों का उत्साह
इस दौरान कई सम्मानित अतिथि उपस्थित रहे। इनमें पूर्व प्रमुख रामकुमारी जी, जीएम अंसारी, रामअवतार राय, संदीप कनौडिया, विनय सिंह, परमजीत सिंह, प्रभात पाठक, राहुल, संजय बिंद, निखिल, संजू, ज्योति, सिम्मी, कंचन, सुधा, वीरेंद्र चौहान शामिल रहे। इनकी उपस्थिति से आयोजन की गरिमा और बढ़ गई और बच्चों के उत्साह को अद्भुत ऊर्जा मिली। बच्चों ने भी एक स्वर में अपने आत्मविश्वास की चमक बिखेरते हुए कहा कि हर बच्चा बनेगा हुनरवाला… क्योंकि आपके शहर में है गार्गी पाठशाला! यह उद्घोष मानो शिक्षा के भविष्य का घोषणापत्र था। अंत में विकास वैभव ने अपने प्रेरक संदेश में कहा कि ऐसे केंद्र बिहार में शिक्षा और जागरण की नई सुबह रच रहे हैं। आइए बिहार को मिलकर प्रेरित करें। यहीं से एक उज्ज्वल भविष्य की शुरुआत होती है।

undekhilive
Author: undekhilive

Leave a Comment