पटना। आध्यात्मिक सत्संग समिति के तत्वावधान में प्रत्येक मंगलवार को होने वाले सुंदरकांड सामूहिक पाठ का वार्षिकोत्सव मंगलवार को महाराणा प्रताप भवन हुआ। इस अवसर पर मध्याह्न में हनुमानजी महाराज का भंडारा आरंभ हुआ। इसके संयोजक सुरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से लगातार भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। भंडारे में लगभग छह हजार श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
मौके पर आध्यात्मिक सत्संग समिति के अध्यक्ष कमल नोपानी ने बताया कि 26वें सुंदरकांड वार्षिकोत्सव पर हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाया गया। संध्या पांच बजे से सर्वकल्याणार्थ संकल्प से सामूहिक सुंदरकांड का पाठ आरंभ हुआ। लगभग पांच सौ श्रद्धालुओं ने समवेत स्वर में दोहा और चौपाइयों का पाठ किया। मौके पर सत्संग करते हुए डॉ. राधेश्याम शर्मा ने कहा कि सुंदरकांड में श्री हनुमानजी महाराज द्वारा किये गए रामकाज का वर्णन है।
अध्यक्ष कमल नोपानी ने बताया कि हनुमानजी का प्रभु श्री राम के प्रति सेवा भाव का वर्णन सुंदरकांड में है। हनुमानजी बल और बुद्धि की खान हैं, इसीलिए जो कोई भी भक्त श्रद्धालु शुद्ध मन से सुंदरकांड का पाठ करता है, प्रभु श्रीराम उसकी सकल कामना पूर्ण करते हैं। सुंदरकांड के संयोजक के नेतृत्व में सामूहिक पाठ के पश्चात आरती की गयी। इसके बाद प्रसाद वितरण की शुरुआत की गई। एमपी जैन ने बताया कि मौके पर अध्यक्ष कमल नोपानी, महामंत्री विष्णु सुरेका, अरुण कुमार, रामलाल खेतान, राजेश बजाज, महेश जालान, रमेश सुरेका, राकेश कुमार, राधेश्याम बंसल समेत समिति के सदस्य आयोजन को सफल बनाने मे लगे थे।