देशहित में भाजपा को रोकना जदयू का एकमात्र
लक्ष्य – उमेश सिंह कुशवाहा
पटना। बुधवार को गया में जद(यू0) मगध प्रमंडल के संगठनात्मक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता बिहार प्रदेश जद(यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने की। 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर गहनता से समीक्षा और चर्चा की गई। साथ ही तमाम पार्टी के पदाधिकारियों को एकजुट होकर संगठन के मजबूती की दिशा में कार्य करने को कहा गया। कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में बिहार जद(यू0) प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि हमारा मिशन 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को रोकना है और यह महत्वपूर्ण मिशन तभी कामयाब होगा जब पार्टी के तमाम कार्यकर्ता बूथ स्तर पर संगठन को सशक्त बनाने में अपना योगदान देंगे। भाजपा से लड़ने के लिए हमें हर मोर्चे पर तैयार और सज़ग रहना है। हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है,भाजपा का दुष्प्रचार और उसका अफवाहतंत्र। भाजपा के पास इनके अलावा दूसरा कोई हथियार नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा कुर्सी पर काबिज रहने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है। यह दुर्भाग्य का विषय है की जनहित में उठ रही आवाज को भाजपा अपने पालतू तोतों के सहारे कुचलने के लिए भी आतुर है, देश के विपक्ष की आवाज को दबाना लोकतंत्र पर सीधा हमला है। भाजपा के शासनकाल में देश का संविधान और लोकतंत्र दोनों खतरे में है। देश की जनता को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित रखने की कोशिश हो रही है। आज देश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है, भाजपा के लोग जनहित से जुड़े हुए गंभीर समस्याओं के बात करने के बजाए जाति धर्म के नाम पर समाज को बांटने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जनता के बीच जाकर भाजपा के काले कारनामों और उनके जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश करें। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में प्रदेश के अंदर अनेकानेक विकास के जो अद्भुत कार्य हुए हैं, उसको भी जन-जन के बीच पहुंचाने का काम करें।
श्री कुशवाहा ने कहा कि बिहार ने पूरे विश्व को लोकतंत्र के दीप से प्रकाशित किया है। इतिहास साक्षी है, जब भी लोकतंत्र पर खतरा के काला बादल मंडराया है, तब-तब बिहार ने लोकतंत्र की रक्षा में अपनी अग्रणी भूमिका को निभाया है। आज फिर देश का लोकतंत्र खतरे में है इसलिए हमारे नेता मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने लोकतंत्र विरोधी भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्षी एकजुटता की मुहिम में अपनी अहम भूमिका निभाई है। हमारे नेता के इस मुहिम से भाजपा में खलबली है, हमे अपने नेता के सपनों को साकार करने और देश के संविधान और लोकतंत्र सुरक्षित रखने के लिए सबको मिलकर काम करने की आवश्यकता है। यह इम्तिहान की घड़ी है, और हमें पूरा विश्वास है कि हमारे कार्यकर्ता इस इम्तिहान में सफल होंगे और भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने में अपना निर्णायक योगदान देंगे। इसी मूल मंत्र को जमीन पर उतारने के लिए हमने बापू की कर्मभूमि और सत्याग्रह की धरती चंपारण से प्रमंडलवार दौरे की शुरुआत की है। इसका सुखद परिणाम 2024 के चुनाव में जरूर दिखेगा।
अंत में उन्होंने कहा कि गया कि यह भूमि कई मायनों में बेहद खास है, बुद्ध को ज्ञान और जीवन को निर्वाण दिया। एक ओर दुनिया भर के बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए यह भूमि परम पावन है, तो दूसरी ओर भगवान विष्णु के पांव के निशान पर बने विष्णुपद मंदिर की प्रसिद्धि भी कम नहीं। सर्वधर्मसद्भाव का इससे बड़ा उदाहरण भला क्या हो सकता है? इसी गया की मिट्टी से निकले बाबा दशरथ मांझी ने अकेले अपने दम पर 90 फीट पहाड़ का सीना चीर कर इस मिट्टी को और अपने प्रेम को अमर कर दिया। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने भी अपने कार्यकाल में इसके गौरव को और बढ़ाने का काम किया है । पिछले 17 वर्षों में यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई निर्माण हुए हैं। यहां की भव्यता और भी बढ़ गई है।इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से गया के माननीय सांसद श्री विजय कुमार मांझी, जहानाबाद के माननीय सांसद श्री चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, राष्ट्रीय सचिव सह एमएलसी श्री रवीन्द्र प्रसाद सिंह, मुख्यालय प्रभारी श्री चंदन कुमार सिंह, मुख्यालय प्रभारी श्री अरुण कुमार सिंह, प्रमंडल प्रभारी श्री विद्यानंद विकल, पूर्व विधायक सह जदयू के जिलाध्यक्ष श्री अभय कुशवाहा, पूर्व विधायक औरंगाबाद जिलाध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह, पूर्व एमएलसी नवादा के जिला अध्यक्ष श्री सलमान रागिव, अरवल के जिलाध्यक्ष श्री राम किशोरी वर्मा, जहानाबाद के जिलाध्यक्ष श्री गोपाल सिंह, सभी विधानसभा के प्रभारी, सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्ष मौजूद थे