पटना के डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शन करते हड़ताली कर्मचारी एवं श्रमिक
सम्यक न्यूज़, पटना.
श्रम कानूनों एवं निजीकरण के विरोध में ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन बिहार में लाखों की संख्या में सेवा, बैंक एवं स्कीम वर्कर सहित सभी सेक्टर के लोग सड़कों पर उतरे. विभिन्न संगठनों से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने पटना के मुख्य डाक बंगला चौराहा को 11 बजे से 3 बजे तक पूरी तरह जाम रखा। इससे आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ. आवागमन पूरी तरह बाधित रहा. 12 सूत्री मांगों को लेकर 28 – 29 मार्च 2022 को दो दिवसीय आम हड़ताल का आह्वान केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं स्वतंत्र फेडरेशनों ने किया है. पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग को लेकर डाक कर्मी भी हड़ताल में शामिल रहे. बैंकों में ताले लटके रहे और अनेक एटीएम भी शाम तक खाली हो गए. श्रमिक नेताओं ने हड़ताल को बेहद सफल बताया है.
एटक (AITUC) के बैनर तले एटक कार्यालय केदार भवन जनशक्ति परिसर से हजारों स्कीम वर्करों, मजदूरों का एक जुलूस वीरचंद पटेल पथ स्थित केंद्रीय आयकर एवं जीएसटी के हड़ताली मजदूरों, इलाहाबाद बैंक, जीवन बीमा निगम, यूको बैंक इत्यादि के हड़ताली मजदूरों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए पटना के डाक बंगला चौराहा पहुँचा. वहां तीन बजे तक पूरी तरह जाम कर दिया गया. इससे आस-पास के व्यावसायिक संस्थानों एवं आम लोगों का काम- काज बुरी तरह प्रभावित हुआ.जुलूस का नेतृत्व एटक अध्यक्ष अजय कुमार, महासचिव गजनफर नवाब, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता रामबाबू कुमार, एआईएसएफ के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार, एटक व आंगनबाबाड़ीकर्मियों के राष्ट्रीय नेता कुमार बिंदेश्वर, आशा संघ के नेता कौशलेंद्र कुमार वर्मा एवं हरदेव ठाकुर ने किया।
डाक बंगला चौराहा पर आयोजित आम सभा को विधायक सत्येंद्र यादव, अमरजीत कुशवाहा, एटक अध्यक्ष अजय कुमार, सीटू अध्यक्ष दीपक भट्टाचार्य, एक्टू नेता शशि यादव, एआईयूटीयूसी के सूर्यकर जितेंद्र, एटक नेता कुमार बिंदेश्वर एवं कौशलेंद्र कुमार वर्मा, सीटू महासचिव गणेश शंकर सिंह, एक्टू सचिव रणविजय कुमार, किसान सभा नेता अशोक कुमार सिंह, ललन चौधरी ने संबोधित किया.
मार्च में उपरोक्त नेताओं के अलावा प्रमुख रूप से डी पी यादव, अमरनाथ सिंह, भाकपा जिला सचिव रामलला सिंह, प्रमोदनंदन, नारायण पूर्वे, राकेश कुमार, अमन कुमार लाल, जयप्रकाश, जितेन्द्र कुमार, चंद्रावती देवी, सुनिता सिन्हा, माधुरी सिंन्हा आदि समेत हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।
श्रमिक संघों के अनुसार राज्य के समस्तीपुर, मधुबनी, गया, सहरसा, बेगूसराय, खगड़िया, मोतिहारी, गया में भी हड़ताल और बंदी काफी सफल रही। बैंक, बीमा, बीएसएनएल, केंद्रीय एवं राज्य सरकार के कर्मचारियों, आंगनबाड़ी, आशा, रसोइया, बिजली, परिवहन निगम, सरकारी एवं निजी क्षेत्र के विभिन्न प्रतिष्ठान के कर्मचारी एवं मजदूर हड़ताल में शामिल हुए।
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