GST संग्रह लगातार छठे महीने रिकॉर्ड स्तर पर, अगस्त में मिले 1.43 लाख करोड़ रुपये
अनदेखी लाइव, पटना.
अगस्त महीने के दौरान सरकार को सेंट्रल जीएसटी से 24,710 करोड़ रुपये, स्टेट जीएसटी से 30,951 करोड़ रुपये और इंटीग्रेटेड जीएसटी से 77, 782 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. इनके अलावा सेस से 10,168 करोड़ रुपये आए. यानी अगस्त 2022 में सकल जीएसटी राजस्व 1,43,612 करोड़ रुपये रहा. इस फाइनेंशियल ईयर में अप्रैल से अगस्त तक सरकार अब तक जीएसटी से 7.46 लाख करोड़ रुपये जुटा चुकी है. यानी सरकार का खज़ाना “लबालब” है तो दूसरी तरफ आम जनता की झोली खाली होती जा रही है. रोज़मर्रा के खर्चों में कटौती से घर-गृहस्थी चलाना दिन पर दिन मुश्किल होता जा रहा है. अब तो ब्रांडेड आटा, दाल, चावल भी जीएसटी के दायरे में है. और तो और, डेयरी उत्पाद ( दही, लस्सी, आइसक्रीम घी, खोवा,पनीर ) भी इसके दायरे में लाये गए हैं. जिस किसान से सरकार 2000 रूपए प्रति क्विंटल गेंहू खरीदती है, उसी गेंहू का खुले में आटा 34 रूपए किलो तो ब्रांडेड 36 रूपए किलो खुलेआम बिक रहा है. चर्चा है कि अगले साल तक केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाने का मन बना चुकी है. यानी गृहस्थी बिखरना और आम जनता का कचूमर निकलना तय हो गया है. राज्य सरकारें महंगाई पर केंद्र को पानी पी-पीकर कोसती हैं. हकीकत यही है कि इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है. अगर राज्य सरकारें चाहें तो अपने स्तर पर पेट्रोल-डीजल के उत्पाद कर में कटौती कर जनता को राहत दे सकती हैं, मगर खजाने की आमदनी उनका मुंह बंद कर देती हैं.
कंपनियों और औद्योगिक घरानों ने इसका तोड़ खोज लिया है. उन्होंने मूल्य यथावत रखते हुए बड़ी सफाई से वस्तु की मात्रा घटी दी, बिस्किट्स की संख्या घटा दी. व्यापारियों ने भी सरकार की दुहाई देकर अपना व्यवसाय चमकाए रखा है. व्यापार बढ़ रहा है, तब तो सरकार को राजस्व भरपूर मिल रहा है.
केंद्र सरकार के लिए सितंबर महीने की शुरुआत अच्छी साबित हो रही है. वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने गुरुवार को अगस्त महीने में हुए जीसएटी कलेक्शन (GST Collection) के आंकड़े पेश किए. वित्त मंत्रालय ने बताया कि अगस्त में माल एवं सेवा कर (goods and service tax) संग्रह 28 प्रतिशत बढ़कर 1.43 लाख करोड़ रुपये हो गया. यह लगातार छठा महीना है जब जीएसटी संग्रह 1.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, आर्थिक पुनरुद्धार का जीएसटी राजस्व पर लगातार सकारात्मक प्रभाव बना हुआ है. अगस्त 2022 में सकल जीएसटी राजस्व 1,43,612 करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वर्ष के इसी महीने में मिले 1,12,020 करोड़ रुपये के राजस्व से 28 फीसदी अधिक है. हालांकि यह जुलाई 2022 की तुलना में 4 फीसदी कम है. इससे पहले जुलाई 2022 में सरकार को जीएसटी से 1,48,995 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. वहीं जून 2022 में जीएसटी कलेक्शन 1,44,616 करोड़ रुपये रहा था. इससे एक महीने पहले यानी मई 2022 में सरकार को जीएसटी से 1.40 लाख करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. इस साल अप्रैल में जीएसटी ने सबसे ज्यादा कलेक्शन का रिकॉर्ड बनाया था. अप्रैल 2022 में सरकार को जीएसटी से 1.68 लाख करोड़ रुपये मिले थे. इस साल अप्रैल में जीएसटी ने सबसे ज्यादा कलेक्शन का रिकॉर्ड बनाया था. अप्रैल 2022 में सरकार को जीएसटी से 1.68 लाख करोड़ रुपये मिले थे. मार्च 2022 में भी अप्रत्यक्ष कर से 1.42 लाख करोड़ रुपये मिले थे. इससे पहले फरवरी में जीएसटी कलेक्शन 1.33 लाख करोड़ रुपये रहा था.
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