दिल्ली, दरभंगा और पटना स्थित आवास पर आयकर विभाग का छापा
सम्यक न्यूज़, पटना.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के “खासमखास” भोला यादव को सीबीआई ने रेल घोटाला मामले में आज गिरफ्तार कर लिया है. उनके कई ठिकानों पर बुधवार की सुबह से आयकर विभाग की भी छापेमारी चल रही है. भोला यादव राजद के पूर्व विधायक और विधान पार्षद रहे हैं. वे लालू यादव के “बेहद करीबी” माने जाते हैं. कहा जाता है कि भोला यादव “IRCTC घोटाले और नौकरी के बदले जमीन” मामले का सरगना है. सीबीआई पटना के दो ठिकानों पर सर्च कर रही है जिसमें एक भोला यादव के C.A का है. लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान भोला यादव उनके ओएसडी (OFFICER ON SPECIAL DUTY) भी रह चुके हैं. ज्ञात हो, हरियाणा के रहनेवाले “प्रेमचंद गुप्ता “ भी कभी लालू यादव के खासमखास हुआ करते थे. RJD प्रमुख लालू यादव ने उन्हें कई बार बिहार-झारखण्ड से टिकट देकर राज्य सभा भेजा था. यही नहीं, श्री गुप्ता को तो लालू यादव ने भारत सरकार के ” Ministry of Corporate Affairs” का मंत्री भी बनाया था. आज वे कहाँ हैं, कुछ पता नहीं.
UPA के पहले कार्यकाल (2004-2009) में रेल मंत्री रहने के दौरान लालू यादव द्वारा “जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने” के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने चार दिन पहले भोला यादव को “आईआरसीटीसी घोटाला” मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन भोला यादव हाजिर नहीं हुए. वज़ह चाहे जो रही हो. इसके बाद बुधवार को उन्हें दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके दरभंगा और पटना स्थित आवास पर आयकर विभाग की छापेमारी भी चल रही है. लालू परिवार के बेहद खास भोला यादव पर सीबीआई का शिकंजा पड़ा है. मामला नौकरी के बदले जमीन और आईआरसीटीसी स्कैम का है. भोला यादव इस मामले में आरोपित हैं.
लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान भोला यादव उनके ओएसडी (OFFICER ON SPECIAL DUTY) भी रहे. ज्ञात हो कि उसी समय रेलवे में भर्ती घोटाला हुआ था. मामला रेल भर्ती घोटाले और रेलवे के होटलों को लीज पर देने (“IRCTC घोटाले”) का है. आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते नौकरी देने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. इसी मामले में सीबीआई ने जांच के बाद पिछले दिनों लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती , हेमा यादव और कुछ अन्य व्यक्तियों पर केस दर्ज किया है.
ज्ञात हो, चार दिन पहले सीबीआई ने भोला यादव को पूछताछ के लिए बुलाया था. वे हाज़िर नहीं हुए थे. आज सुबह से उनके दरभंगा और पटना स्थित आवास पर छापेमारी की जा रही है. पूर्व विधायक के गंज भैरोपट्टी स्थित आवास पर आयकर विभाग की टीम सुबह के छह बजे पहुंची जहां कमरा बंद पाए जाने पर केयरटेकर से चाभी को लेकर पूछताछ की गई. केयर टेकर प्रशांत ने बताया कि पास के एक कार्यकर्ता के पास मकान की चाभी है. कुछ ही क्षण में कार्यकर्ता ललित यादव को बुलाया गया. ललित ने मकान की चाभी उपलब्ध कराई. इसके बाद पांच सदस्यीय टीम ने बारी-बारी से सभी कमरों की तलाशी ली, लेकिन वहां कुछ भी नहीं मिला.
भोला यादव दरभंगा जिले के कपछाही गांव के रहनेवाले हैं। वे मगध विश्वविद्यालय से गणित में स्नातकोत्तर हैं और पटना के पास फतुहा के एक कॉलेज में गेस्ट लेक्चरर हैं। आरजेडी में राष्ट्रीय महासचिव की हैसियत रखनेवाले भोला बाबू दरभंगा के बहादुरपुर से विधायक थे, मगर 2020 में विधान सभा चुनाव हार गए। वे लालू यादव के सभी सुख सुविधा का ख्याल रखते हैं। उन्हें “लालू यादव” की “परछाई” भी कहा जाता है. वे लालू यादव की सेवा में किए किसी भी काम को छोटा नहीं मानते, बल्कि “कर्तव्य” समझकर निभाते हैं। लालू यादव और उनके परिवार के जानने वाले “भोला यादव ” को “भोला बाबू” कहते हैं। मीडिया में आमतौर पर उन्हें लालू का ‘हनुमान’ कहा जाता है। आरजेडी सुप्रीमो के साथ घर से एयरपोर्ट और अस्पताल से लेकर जेल के गेट तक भोला यादव व्हील चेयर पकड़े दिखते हैं। पिछले दिनों जब लालू यादव पटना से रांची गए तो उनके साथ परिवार के सदस्य के तौर पर सिर्फ भोला यादव ही गए थे। बाद में आरजेडी चीफ को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि लालू परिवार और 10 सर्कुलर रोड में भोला बाबू की क्या हैसियत होगी?
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