
राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव प्रस्तुति उत्सव के दूसरे दिन प्रेमचंद रंगशाला में रंगमंच पर चर्चा, संगीत एवं नाटक मंचन को देख दर्शक आनंदित हुए।
परिचर्चा के दौरान फिल्म समीक्षक अजीत राय, हृषिकेश सुलभ तथा व्योमेश शुक्ल मौजूद रहे।

इसी बीच तनु गांगुली ने अपनी लोक एवं सूफी गायकी से दर्शकों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम “देसील बयना” के दौरान “पागल कहेला ना री लोगवा” जैसे गीतों से सभी का मन मोह लिया नवोदीन गायिका तनु गांगुली ने। इनकी प्रस्तुतियों पर तालियों की गूंज रुक नही रही थी। श्रीमती सारदा सिंह द्वारा तनु गांगुली को मोमेंटो से सम्मानित किया गया।

मंच पर कोलकाता के कलाकारों ने नाटक पीसेज का मंचन किया। विनय शर्मा निर्देशित कलाकारों ने नाटक के जरिए समाज में स्त्री के जीवन के विभिन्न आयामों को जीवंत किया।
