पटना/अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे दिव्य मंदिर के गर्भगृह से लेकर शिखर तक स्वर्ण से दमकेगा। अब इस पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मुहर लग गई है। बिहार के पटना स्थित महावीर मंदिर ट्रस्ट के प्रस्ताव पर ट्रस्टियों की आम सहमति बन गई है। यही नहीं मंदिर का सिंहद्वार भी चांदी की चमक बिखेरेगा। यह जिम्मेदारी उठाने के लिए हरिद्वार स्थित काशीमठ के पीठाधीश्वर स्वामी संयमम् तीर्थ महाराज के अनुयायी सामने आए हैं।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि ने बताया कि गर्भगृह में रामलला विराजमान के आसन के साथ शिखर को स्वर्णजड़ित करने के लिए सभी ट्रस्टियों की सहमति बन चुकी है। महावीर मंदिर ट्रस्ट पटना व अमावांराम मंदिर रामकोट के सचिव एवं पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल ने पूरे गर्भगृह को स्वर्णजड़ित कराने का प्रस्ताव दिया था, जिसमें यह कहा गया था कि गर्भगृह में जितना भी स्वर्ण लगेगा, उसे महावीर मंदिर ट्रस्ट के बजट के माध्यम से रामजन्मभूमि को समर्पित किया जाएगा। कहा कि तीर्थ क्षेत्र कहेगा तो स्वर्ण खरीद कर दिया जाएगा, अथवा जो भी धनराशि होगी, वह प्रदान कर दी जाएगी।
छह करोड़ दे चुके, शेष चार करोड़ दो किस्तों में देंगे
किशोर कुणाल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही राम मंदिर निर्माण के लिए दस करोड़ प्रदान करने का निर्णय महावीर मंदिर ट्रस्ट ने लिया था। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र गठन के बाद से अब तक दो-दो करोड़ की तीन अलग-अलग किश्तें तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को भेंट कर दी गई हैं। शेष चार करोड़ की धनराशि में, दो करोड़ की चौथी किस्त जुलाई व अंतिम किश्त दिसम्बर 2023 से पहले ही दे दी जाएगी। उन्होंने बताया कि रामलला के विग्रह को बनवाने का भी प्रस्ताव किया गया था।
स्वामी संयमम् सिंहद्वार के लिए भेंट करेंगे चांदी
हरिद्वार स्थित काशीमठ के पीठाधीश्वर स्वामी संयमम् तीर्थ महाराज देश के अनुयायियों के साथ अयोध्या प्रवास पर पहुंचे हैं। वैदेही भवन में शुक्रवार से शुरू चार दिवसीय कार्यक्रम के क्रम में शनिवार को रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला का दर्शन पूजन अपने अनुयायियों के साथ किया। इस मौके पर बताया गया कि वह रामजन्मभूमि के सिंहद्वार को रजत मंडित कराने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को चांदी भेंट करेंगे। सिंहद्वार में जितने कुंतल चांदी की जरूरत होगी, वह दी जाएगी।