पटना। सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) की ओर से 2 दिसंबर से गांधी मैदान में किताबों का मेला लगेगा। पुस्तक मेले का शुभारंभ शुक्रवार शाम पांच बजे राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश करेंगे। इस बार मुख्य प्रवेश द्वार का नाम पाटलिपुत्र द्वार रखा गया है। मुख्य मंच बोधगया मंच, प्रशासनिक भवन का नाम राजगृह प्रशासनिक भवन, सेमिनार हॉल का नाम नालंदा रखा गया है।
पटना पुस्तक मेले में कई सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है। इसके तहत बच्चों महिलाओं, संस्कृतिकर्मियों व साहित्यकारों के लिए विविध आयोजन होंगे। विशेषकर बच्चों के लिए क्विज होगा। यह कार्यक्रम लेट्स इंस्पायर बिहार की ओर से किया जा रहा है। स्टेट हेल्थ सोसाइटी की ओर से मेले में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम चलेंगे। मधुमेह, खून, ओरल कैंसर की मुफ्त जांच होगी। ईसीजी भी नि:शुल्क किया जाएगा। स्टेट हेल्थ सोसाइटी बिहार के सौजन्य से एक एम्बुलेंस, दो डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी भी तैनात रहेंगे। इस बार पुस्तक मेले में कई पुस्तकों का विमोचन भी होगा।
कार्यक्रमों की बहार
पटना पुस्तक मेले में शब्द साक्षी, जनसंवाद और गुफ्तगू कार्यक्रम होंगे। शब्द साक्षी कार्यक्रम में हृषीकेश सुलभ से अंचित, अरुण कमल से राकेश रंजन, उषाकिरण खान से भावना शेखर, विनय कुमार से नताशा, अवधेश प्रीत से मो. दानिश, आलोक धन्वा से नरेंद्र कुमार बातचीत करेंगे। गुफ्तगू कार्यक्रम के तहत विनोद अनुपम, गिरिधर झा सिनेमा पर गपशप करेंगे। मेला परिसर में प्रतिदिन नुक्कड़ नाटक होंगे। सर्वभाषा कवि गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें नेहा नुपुर, प्रभात वर्मा, पुतुल प्रियमवदा, श्रीकांत व्यास आदि शामिल होंगे। कवित्रयी कार्यक्रम में रश्मि भारद्वाज, उत्कर्ष और सदफ कविता पाठ करेंगे। पटना पुस्तक मेला में पुस्तकों का यह संसार करीब सत्तर हजार वर्गफुट में बसा होगा।
इन प्रकाशनों की मौजूदगी
प्रमुख रूप से प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी प्रकाशन, प्रतियोगिता दर्पण, नेशनल काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ उर्दू लैंग्वेज, मिन्हाज पब्लिकेशन, मर्कजी मर्तबा इस्लामी पब्लिशर्स, साहित्य अकादमी, जनगणना कार्य निदेशालय बिहार, गृह मंत्रालय भारत सरकार, ओसवाल, सस्ता साहित्य मंडल, द मिडियंस इंटरनेशनल, सम्यक प्रकाशन, बिहार हिंदी ग्रन्थ अकादमी की मौजूदगी होगी।